आईआईटी-गुवाहाटी करेगा 30 नवंबर से भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की मेजबानी
शुभम माधव
- 04 Oct 2024, 10:07 PM
- Updated: 10:07 PM
नयी दिल्ली, चार अक्टूबर (भाषा) चंद्रयान मिशन की सफलता का जश्न मनाने के लिए गुवाहाटी में चंद्रमा की एक विशाल 10 मीटर ऊंची प्रतिकृति बनाई जाएगी।
गुवाहाटी 30 नवंबर से शुरू होने वाले भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की तैयारी में जुटा है।
चंद्रमा का '1:50,00,000 स्केल मॉडल' गुवाहाटी में स्थापित किया जाएगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विज्ञान भारती के सहयोग से आयोजित चार दिवसीय कार्यक्रम की आईआईटी-गुवाहाटी करेगा।
चंद्रमा की प्रतिकृति ब्रिटिश कलाकार ल्यूक जेरम द्वारा स्थापित की जाएगी।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, "विज्ञान महोत्सव का उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों का जश्न मनाना है।"
चार दिवसीय कार्यक्रम में विश्वभर से प्रतिभागी शामिल होंगे, जो 2047 तक विकसित भारत के लिए विचारों पर चर्चा करेंगे। इसमें उत्तर-पूर्व के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित सत्र, शिक्षकों और शिक्षिकाओं के लिए कार्यशाला, आत्मनिर्भर भारत के लिए परमाणु ऊर्जा, और विज्ञान साहित्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
सिंह ने कहा कि गुवाहाटी में महोत्सव आयोजित करने का निर्णय समावेशी विकास को बढ़ावा देने की सरकार की व्यापक रणनीति को दर्शाता है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां ऐतिहासिक रूप से प्रतिनिधित्व कम रहा है।
उन्होंने कहा, "पूर्वोत्तर क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों और प्रतिभा से समृद्ध है और यह महोत्सव देश के बाकी हिस्सों के लिए यहां मौजूद संभावनाओं को पहचानने और उनसे जुड़ने का एक अवसर है।"
भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के 10वें संस्करण का विषय है 'भारत को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से प्रेरित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना'।
यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी को औद्योगिक विकास के साथ जोड़ने की सरकार की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है, जिससे भारत को विनिर्माण में आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर किया जा सके।
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