कर्नाटक: लॉरी मालिक, अन्य के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज
खारी नरेश
- 04 Oct 2024, 12:48 PM
- Updated: 12:48 PM
कोझिकोड (केरल), चार अक्टूबर (भाषा) केरल पुलिस ने कर्नाटक के शिरुर में भूस्खलन की घटना में मारे गए लॉरी चालक अर्जुन की बहन की शिकायत पर लॉरी मालिक मनाफ और अन्य के खिलाफ मानहानि और साइबर हमले के अपराध में मामला दर्ज किया है।
शिकायत में अंजू ने आरोप लगाया कि मनाफ ने अर्जुन के परिवार की भावनात्मक स्थिति का फायदा उठाते हुए गलत प्रचार किया और उनके मृतक भाई की तस्वीर का इस्तेमाल करके एक यूट्यूब चैनल शुरू किया, जिससे परिवार की बदनामी हुई।
यह मामला चेवयूर पुलिस ने दर्ज किया है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर परिवार के खिलाफ अपमानजक प्रचार करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
शिकायत में आरोप लगाया गया कि परिवार द्वारा इन मामलों का मीडिया में खुलासा करने के बाद मनाफ ने इसका इस्तेमाल अंजू और उसके परिवार के खिलाफ साइबर हमला करने के लिए किया, ताकि ऐसे हालात पैदा हों जिससे सांप्रदायिक नफरत फैले।
मनाफ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना) और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) (उपद्रव करने और जन व्यवस्था का उल्लंघन करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अर्जुन के परिवार ने मनाफ पर अपने निजी लाभ के लिए उनकी भावनाओं का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था, जिसका उसने खंडन किया।
अर्जुन के परिवार ने बुधवार को यहां अपने आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मनाफ शुरुआत में उनके साथ था लेकिन अब अपने निजी लाभ के लिए उनकी भावनाओं का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके जरिए उसने विभिन्न स्रोतों से धन भी इकट्ठा किया।
उन्होंने यह भी दावा किया था कि वह उन्हें बेसहारा बता रहा था, जो दुखद था क्योंकि परिवार के कई सदस्य नौकरी करते हैं।
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मनाफ ने कहा कि वह कोई विवाद पैदा नहीं करना चाहते और वह ऐसे व्यक्ति हैं जो चीजों को भावनात्मक दृष्टि से देखते हैं।
मनाफ ने कहा कि अगर कुछ गलत हुआ है तो वह अर्जुन के परिवार से माफी मांगते हैं।
कर्नाटक के शिरुर गांव के पास 25 सितंबर को गंगावली नदी से लॉरी और अर्जुन के शव के अवशेष बरामद होने के बाद मनाफ ने कहा कि अर्जुन को तलाशने का उनका प्रयास सफल रहा।
राष्ट्रीय राजमार्ग 66 पर 16 जुलाई को हुए भूस्खलन में अर्जुन समेत नौ लोगों की जान चली गई थी। अर्जुन का शव नदी से बरामद होने तक मनाफ दो माह से अधिक समय तक कर्नाटक में रहा।
भाषा खारी