त्रिशूर पूरम में व्यवधान डालने के मुद्दे पर मंत्रिमंडल ने त्रिस्तरीय जांच के आदेश दिए : विजयन
खारी मनीषा
- 03 Oct 2024, 03:38 PM
- Updated: 03:38 PM
तिरुवनंतपुरम, तीन अक्टूबर (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस साल अप्रैल में त्रिशूर पूरम उत्सव में व्यवधान डालने के संबंध में राज्य मंत्रिमंडल ने त्रिस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें एडीजीपी एम आर अजितकुमार की भूमिका की जांच भी शामिल है।
विजयन ने सुबह हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इनमें से एक जांच, पुलिस महानिदेशक द्वारा एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) अजितकुमार की किसी भी तरह की कथित विफलता को लेकर की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य दो जांचों में एक अपराध शाखा द्वारा की जाएगी जो त्रिशूर पूरम उत्सव में पुलिस द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और शोभायात्रा में कथित हस्तक्षेप के कारण छिड़े विवादों के संबंध में है और दूसरी जांच एडीजीपी (खुफिया) द्वारा की जाएगी जो प्रतिष्ठित पर्व को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए नियुक्त विभिन्न अधिकारियों की विफलता के संबंध में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिस्तरीय जांच का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि पाया गया कि एडीजीपी अजितकुमार ने पूरम उत्सव में व्यवधान डालने के संबंध में ‘‘व्यापक रिपोर्ट’’ नहीं दी थी और पुलिस महानिदेशक ने कहा था कि स्थिति से निपटने में अजितकुमार विफल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरम उत्सव के समापन वाले दिन इसमें व्यवधान डालने के कुछ प्रयास किए गए, ऐसे में मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने एडीजीपी अजीतकुमार को जांच करने का आदेश दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘जांच रिपोर्ट 23 सितंबर को सरकार को सौंपी गई और मुझे यह 24 सितंबर को मिली। हालांकि, इस रिपोर्ट को व्यापक नहीं माना गया क्योंकि उत्सव के आयोजन के संबंध में विभिन्न कानूनों और केरल उच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत कई प्रतिबंध लागू थे।’’
उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि उत्सवों में हस्तक्षेप कर सामाजिक व्यवस्था को बाधित करने की साजिश रची गई और रिपोर्ट में संघ परिवार के हस्तक्षेप का भी उल्लेख है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम सामाजिक व्यवस्था में बाधा डालने के ऐसे किसी भी प्रयास की इजाजत नहीं देंगे।’’
विजयन ने कहा कि भविष्य में पूरम और इस प्रतिष्ठित पर्व में व्यवधान डालने के अपराधों या अवैधताओं की व्यापक तथा गहन जांच सुनिश्चित करने के लिए मंत्रिमंडल ने त्रिस्तरीय जांच का आदेश देने का फैसला किया है।
पुलिस द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और शोभायात्रा में कथित हस्तक्षेप के कारण छिड़े विवादों ने इस बार वार्षिक उत्सव त्रिशूर पूरम की चमक फीकी कर दी।
उत्सव के इतिहास में पहली बार कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में से एक आतिशबाजी का प्रदर्शन दिन में हुआ। दिन के उजाले में आतिशबाजी की वजह से अगले दिन इसको लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिखा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य पुलिस प्रमुख द्वारा अजितकुमार के खिलाफ जांच की जाएगी, लेकिन उन्होंने कहा कि एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) के खिलाफ कोई कार्रवाई करना अभी जल्दबाजी होगी।
संवाददाताओं से मुख्यमंत्री से पूछा कि एडीजीपी को उनके खिलाफ विभिन्न आरोपों के बावजूद पद से क्यों नहीं हटाया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि वह आरोपों के संबंध में जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
विजयन ने कहा, ‘‘मैंने पहले भी अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि मैं रिपोर्ट का इंतजार करूंगा और फिर उसमें आए निष्कर्षों के आधार पर कदम उठाए जाएंगे। जो आप (मीडिया) चाहते हैं, मुझे उसके लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। आप अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं।’’
भाषा खारी