महाराष्ट्र सरकार का राज्यमाता-गौमाता फैसला वोट जुटाने के लिए : कांग्रेस
अविनाश पवनेश
- 01 Oct 2024, 08:54 PM
- Updated: 08:54 PM
मुंबई, एक अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देशी गायों को राज्यमाता-गौमाता घोषित करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसला का मकसद आगामी विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाना और वोट जुटाना है।
एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार ने भारतीय संस्कृति, कृषि और स्वास्थ्य क्षेत्र में गायों के महत्व का हवाला देते हुए उनके संरक्षण के लिए सोमवार को देशी गायों को राज्यमाता-गौमाता घोषित किया।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया, "वे (भाजपा) बीफ कारोबारियों से पैसे लेते हैं और चुनाव से ठीक पहले गाय को राज्यमाता घोषित करते हैं। मराठवाड़ा में गौमाता प्यास से मर रही थी और अब चुनाव से ठीक पहले उसे राज्यमाता का दर्जा दिया जा रहा है। यह राज्य चुनावों से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए किया गया है।"
कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि सीट बंटवारे के लिए बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा (एसपी) गठबंधन महा विकास आघाडी द्वारा दशहरा तक 180-200 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने की उम्मीद है।
निर्वाचन आयोग ने हाल ही में कहा था कि महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से पहले चुनाव कराए जाने चाहिए।
महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक है।
वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र नगर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) द्वारा कोंढाने बांध के निर्माण की लागत एक खास ठेकेदार को "लाभ" पहुंचाने के लिए बढ़ा दी गई थी।
उन्होंने दावा किया कि इसे मिट्टी का बांध होना चाहिए था, लेकिन इसका निर्माण कंक्रीट का उपयोग कर किया जा रहा है।
मौजूदा राज्य सरकार पर अपने अंतिम दिनों में महाराष्ट्र को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि उनके गठबंधन की अगली सरकार मौजूदा सरकार के फैसलों की जांच करेगी और राज्य को लूटने वाले लोगों का पर्दाफाश करेगी।
भाषा अविनाश