भारत-कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास उत्तराखंड में शुरू
अमित नोमान
- 30 Sep 2024, 10:31 PM
- Updated: 10:31 PM
नयी दिल्ली/गोपेश्वर (उत्तराखंड), 30 सितंबर (भाषा) भारत और कजाकिस्तान की सेनाओं के बीच एक संयुक्त अभ्यास सोमवार को शुरू हुआ जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों के तहत उप-परंपरागत परिदृश्य में आतंकवाद रोधी अभियान संचालित करने के लिए दोनों पक्षों की सैन्य क्षमता को बढ़ाना है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 'अभ्यास काजिंद' का आठवां संस्करण उत्तराखंड के औली स्थित ‘सूर्य फॉरेन ट्रेनिंग नोड’ में शुरू हुआ।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2016 से हर साल आयोजित होने वाला यह अभ्यास 13 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस अभ्यास का पिछला संस्करण 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक कजाकिस्तान के ओटार में आयोजित किया गया था।
अभ्यास में भारतीय सशस्त्र बलों के 120 जवान हिस्सा ले रहे हैं जिसमें कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन, अन्य अंगों के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के कर्मी भी शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि कजाकिस्तान की टुकड़ी में मुख्य रूप से थलसेना और वायुसेना के कर्मी हैं।
संयुक्त अभ्यास के उद्घाटन समारोह में कजाकिस्तान सैन्य टुकड़ी के कमांडर कर्नल करिबायेव नूरलान सेरिकबायेविच और भारतीय सैन्य टुकड़ी के कमांडर कर्नल योगेश उपाध्याय ने भाग लिया।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय सात के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद रोधी अभियान संचालित करने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है।’’
मंत्रालय ने कहा कि यह अभ्यास अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में संचालन पर केंद्रित होगा। मंत्रालय ने कहा कि इस संयुक्त अभ्यास के उद्देश्य में उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस, सामरिक स्तर पर संचालन के लिए अभ्यास और परिष्कृत अभ्यास और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना है।
बयान में कहा गया है कि इससे दोनों सेनाओं के बीच आपसी तालमेल, सौहार्द विकसित करने में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया है कि संयुक्त अभ्यास से रक्षा सहयोग भी बढ़ेगा और दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
भाषा अमित