उप्र सरकार ने शिकायतों के समाधान में खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों की रिपोर्ट मांगी
आनन्द, रवि कांत
- 30 Sep 2024, 07:18 PM
- Updated: 07:18 PM
लखनऊ, 30 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली), सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस पर लोगों की शिकायतों के समाधान में खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों की रिपोर्ट मांगी है।
यहां सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने ऐसे जिलों के जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अथवा पुलिस अधीक्षक (एसपी) की रिपोर्ट मुख्य सचिव से तलब की है। संकेत मिले हैं कि रिपोर्ट मिलते ही लापरवाह डीएम और एसएसपी, एसपी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले एक उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की थी। साथ ही उन्होंने लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिये थे।
इसी क्रम में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की।
बयान के अनुसार एक सितंबर से 25 सितंबर के बीच प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश के कई जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं है। इसमें शिकायतों के निस्तारण के बाद सीएम हेल्पलाइन एवं सीएम डैशबोर्ड से लिये गये फीडबैक में शिकायतकर्ताओं ने असंतोष जताया है। इनमें देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मिर्जापुर जिले शामिल हैं। इन जिलों के शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायत के निस्तारण के फीडबैक पर 70 प्रतिशत तक असंतोष जाहिर किया है।
इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी को फटकार लगाते हुए इसमें सुधार करने के निर्देश दिये हैं। वहीं मुख्य सचिव समीक्षा बैठक की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपने वाले हैं।
मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक में पाया कि प्रदेश के कुछ जिलों का अगस्त, सितंबर माह में आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निस्तारण करने में अच्छा प्रदर्शन रहा है। उन्होंने समयबद्ध तरीके से शिकायतों को निस्तारित कर स्पेशल क्लोज रिपोर्ट जमा की है। इसमें अगस्त माह में औरैया, लखीमपुर खीरी और लखनऊ शामिल हैं। इसी तरह सितंबर माह में औरैया, लखीमपुर खीरी, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर जिले शामिल हैं।
भाषा
आनन्द, रवि कांत