प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अगस्त में 1.8 प्रतिशत घटी
पाण्डेय रमण
- 30 Sep 2024, 07:14 PM
- Updated: 07:14 PM
नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में गिरावट के कारण इस साल अगस्त में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 1.8 प्रतिशत की कमी आई।
सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में साढ़े तीन साल बाद गिरावट आई है। इस दौरान कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में गिरावट हुई। इससे पहले जुलाई में वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत थी।
कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली जैसे प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अगस्त 2023 में 13.4 प्रतिशत थी।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान प्रमुख बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 4.6 प्रतिशत बढ़ा। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में आठ प्रतिशत था।
आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इससे पहले, बुनियादी उद्योगों में फरवरी 2021 में 3.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
अगस्त में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और बिजली में क्रमशः 8.1 प्रतिशत, 3.4 प्रतिशत, 3.6 प्रतिशत, एक प्रतिशत, तीन प्रतिशत और पांच प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
समीक्षाधीन महीने में उर्वरक उत्पादन में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि अगस्त 2023 में यह 1.8 प्रतिशत था। इस्पात उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त 2024 में धीमी होकर 4.5 प्रतिशत रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16.4 प्रतिशत थी।
रेटिंग एजेंसी इक्रा लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में अगस्त में गिरावट आई। यह 42 महीनों में गिरावट का पहला उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि अधिक बारिश ने खनन गतिविधि को प्रभावित किया, जिससे कोयला, कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट आई। बारिश के कारण बिजली उत्पादन में भी कमी आई।
नायर ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में गिरावट उच्च तुलनात्मक आधार के कारण और बढ़ गई। अगस्त 2023 में कम बारिश ने इन क्षेत्रों के उत्पादन को सहारा दिया था।
उन्होंने कहा कि इन रुझानों को देखते हुए इक्रा का अनुमान है कि अगस्त में आईआईपी वृद्धि दर घटकर लगभग एक प्रतिशत रह जाएगी, जो जुलाई 2024 में 4.8 प्रतिशत थी।
भाषा पाण्डेय