हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में राहुल गांधी की गारंटी विफल हो गई हैं: शाह
अमित रंजन
- 29 Sep 2024, 09:32 PM
- Updated: 09:32 PM
चंडीगढ़, 29 सितंबर (भाषा) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को हरियाणा में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी की चुनावी गारंटियां हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में विफल हो गई हैं, जहां कांग्रेस सत्ता में है।
शाह ने गुरुग्राम के बादशाहपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करती है लेकिन हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में गांधी की ‘‘गारंटियां असफल हो गईं।’’
शाह ने कहा कि भाजपा ऐसा कोई वादा नहीं करती जिसे पूरा न किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल बाबा एंड कंपनी विकास नहीं कर सकती’’ और ‘‘डबल इंजन’’ वाली सरकार ही हरियाणा का विकास सुनिश्चित करेगी। शाह का ‘‘डबल इंजन’’ सरकार से तात्पर्य भाजपा की केंद्र और राज्य में सरकार से था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम देश की सीमा को सुरक्षित रखेंगे, आरक्षण की रक्षा करेंगे और (संविधान के) अनुच्छेद 370 (के प्रावधानों) को कभी वापस नहीं आने देंगे (जिन्हे वापस लिया जा चुका है)।’’
शाह ने कहा कि उन्होंने पूरे हरियाणा में ‘‘माहौल’’ को महसूस किया है । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में चुनावी जीत की ‘‘हैट्रिक’’ (लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने) लगाने के लिए तैयार है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस न तो देश को सुरक्षित कर सकती है और न ही इसे विकसित बना सकती है। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस पर भ्रष्टाचार, जातिवाद, भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण को लेकर निशाना साधा।
उन्होंने कांग्रेस को "गरीब विरोधी", "दलित विरोधी", "युवा विरोधी" और "किसान विरोधी" करार दिया।
चूंकि भाजपा के कुछ बागी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए शाह ने इंद्री में एकत्रित लोगों से कहा कि वे अपना वोट "कमल" (भाजपा का चिह्न) पर डालें।
वक्फ (संशोधन) विधेयक का उल्लेख करते हुए शाह ने बादशाहपुर की रैली में कहा, ‘‘आपको वक्फ बोर्ड पर मौजूदा विधान से समस्या है... हम संसद के शीतकालीन सत्र में इसमें संशोधन करेंगे।’’
पिछले महीने कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि केंद्र के वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य समाज में विभाजन पैदा करना है और कहा था कि वे इसका कड़ा विरोध करेंगे।
बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह सहित गुरुग्राम क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए शाह ने कहा कि सेना में हर 10वां सैनिक हरियाणा से होता है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक कांग्रेस ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) की मांग पूरी नहीं की और वह नरेन्द्र मोदी सरकार थी जिसने 2015 में यह लागू किया।
अग्निपथ योजना को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने कांग्रेस नेता को ‘‘झूठ बोलने की मशीन’’ बताया और आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने दावा किया है कि अग्निवीरों को नौकरी नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल बाबा, आप किसे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं? आपने ओआरओपी लागू नहीं किया।’’
उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना सशस्त्र बलों को युवा बनाये रखने के लिए शुरू की गई है। कांग्रेस द्वारा इस मुद्दे पर लगातार भाजपा पर निशाना साधे जाने के बीच शाह ने जनसभा में कहा, ‘‘अपने बच्चों को सेना में भेजने में संकोच न करें। हरियाणा और केंद्र हर एक अग्निवीर (जिसे सेना में बरकरार नहीं रखा जाएगा) को पेंशन योग्य नौकरी देंगे। पांच साल बाद आपको एक भी अग्निवीर ऐसा नहीं मिलेगा जो पेंशन योग्य नौकरी से वंचित हो।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और हरियाणा सरकार में स्थायी नौकरी दी जाएगी।
तीन अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने के बीच शाह ने कहा, ‘‘पांच अक्टूबर को वोट देते समय आपको राहुल बाबा और उनकी पार्टी कांग्रेस को जवाब देना है कि कौन ‘शक्ति’ का अपमान करता है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘‘तुष्टीकरण में अंधी हो गई है।’’
हरियाणा की पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारें एक जाति और एक जिले का विकास करती थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ रोहतक ही नहीं, हमने पूरे हरियाणा का समान विकास किया और सिर्फ एक जाति का नहीं, बल्कि सभी 36 बिरादरियों का काम किया गया।’’
शाह ने आरोप लगाया, ‘‘हुड्डा सरकार के समय डीलर, दलाल और दामाद राज करते थे और भ्रष्टाचार चरम पर था। दिल्ली के दामाद को अमीर बनाने के लिए गुरुग्राम में कई एकड़ जमीन नष्ट कर दी गई। कांग्रेस ने किसानों की जमीन मूंगफली के भाव में लेकर अपने दामाद को दे दी और आज पार्टी किसानों की बात कर रही है।’’
शाह ने कहा कि उन्होंने व्हाट्सऐप पर देखा है कि कांग्रेस के एक उम्मीदवार लोगों से उनके लिए वोट करने के लिए कह रहे हैं और वह अपने प्रत्येक समर्थक को 50 नौकरियां देगा। उन्होंने उपस्थित लोगों से पूछा, "वह ऐसा कैसे करेगा? क्या कोई नियम है या नहीं?’’
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कुछ अन्य उम्मीदवार कह रहे हैं कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वे सबसे पहले अपने लिए, फिर अपने समर्थकों के लिए और फिर पार्टी से जुड़े लोगों के लिए घर बनाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी कांग्रेस सत्ता में आती है, तो नौकरियां ‘‘खर्ची और पर्ची’’ के आधार पर दी जाती हैं, जबकि भाजपा सरकार ने 1.5 लाख नौकरियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर दी हैं।’’
उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हरियाणा में सत्ता बरकरार रखी, तो युवाओं को पांच साल में 5 लाख नौकरियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर दी जाएंगी।
शाह ने हरियाणा में कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी में हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस में स्थिति 'एक अनार, सौ बीमार' जैसी है। हुड्डा कहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनेंगे, जबकि उनके बेटे (दीपेंद्र हुड्डा) अपने पिता से कहते हैं कि वह बूढ़े हो गए हैं और उन्हें (हुड्डा को) उनको (दीपेंद्र हुड्डा को) मुख्यमंत्री बनने देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुमारी सैलजा कह रही हैं कि वह मुख्यमंत्री बनेंगी। सैलजा बहन, आपके उम्मीदवारों को टिकट नहीं मिला, वे आपको कैसे मुख्यमंत्री बना देंगे?’’
शाह ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला प्रियंका गांधी वाद्रा के करीबी हैं और वह भी शीर्ष पद पर नजर गड़ाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वे क्यों लड़ रहे हैं? उन्हें न तो बहुमत मिलेगा और न ही उनकी सरकार बनेगी। यह भाजपा ही है जो सत्ता में लौट रही है।’’
शाह ने आरोप लगाया कि हथीन, थानेसर और पलवल तक कांग्रेस की रैलियों में "पाकिस्तान जिंदाबाद" के नारे लगाए गए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि जब आपकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं, तो आप चुप क्यों हैं? आप उन्हें क्यों नहीं रोकते? कांग्रेस तुष्टीकरण में अंधी हो गई है।’’
अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में इसे बहाल करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल बाबा की तीन पीढ़ियां इसे वापस नहीं ला सकतीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर हमारा अपना है और जब तक मोदी सरकार है, तब तक वहां केवल तिरंगा ही लहराएगा।’’
शाह ने रैली में कहा, ‘‘हरियाणा के बहादुर सैनिकों ने कश्मीर की सुरक्षा के लिए कई बलिदान दिए हैं और हम इसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन के दौरान देश में आतंकवाद और नक्सलवाद फला-फूला, क्योंकि पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति थी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने दावा किया कि जब हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में थी, तो वे केवल गेहूं और धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाती थी जबकि भाजपा सरकार ने फैसला किया है कि 24 फसलों की खरीद एमएसपी पर की जाएगी।
राहुल गांधी की आरक्षण संबंधी हाल की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि जब तक भाजपा सत्ता में है वह उसे आरक्षण को छूने तक नहीं देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पिछड़े वर्गों की विरोधी रही है। काकासाहेब कालेलकर आयोग की रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं हुई। मंडल आयोग की रिपोर्ट इंदिरा गांधी ने दबा दी थी। जब हम इसे लेकर आए तो राजीव गांधी ने इसका विरोध किया। मोदी जी के शासन में ही चाहे नीट हो, मेडिकल प्रवेश हो या केंद्रीय विद्यालय, पिछड़े वर्गों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण है।’’
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में पिछड़े वर्गों से 27 मंत्री हैं, जिनमें हरियाणा से दो मंत्री शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग को संवैधानिक दर्जा भी दिया है।
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
भाषा अमित