ओडिशा के मुख्यमंत्री ने पुलिस से कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें’
जितेंद्र रंजन
- 28 Sep 2024, 05:17 PM
- Updated: 05:17 PM
भुवनेश्वर, 28 सितंबर (भाषा) ओडिशा में महिलाओं से छेड़छाड़ के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को पुलिस से सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
माझी ने जिलाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 22 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में दोषसिद्धि की दर कम रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, “रिकॉर्ड में देखा जा सकता है कि ओडिशा में महिलाओं से छेड़छाड़ के मामलों में वृद्धि हुई है। पुलिस विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लड़कियां, छात्राएं और महिलाएं पूरे राज्य में स्वतंत्र रूप से घूम सकें।”
माझी ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराधों में आपको कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस तरह के आंकड़ों से दो बातें पता चलती हैं, या तो पुलिस जांच में खामियां हैं या फिर विभाग की ओर से त्वरित सुनवाई के इरादे की कमी है।”
सम्मेलन में विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा, “मैं डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से आग्रह करता हूं कि वे एक सप्ताह के भीतर महिलाओं के खिलाफ मामलों, लंबित सजा की स्थिति और अन्य आंकड़ों का जिलावार डेटा उपलब्ध कराएं। कानूनी परामर्श के बाद भविष्य की रूपरेखा तैयार की जाएगी।”
माझी ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों को बर्दाश्त नहीं करने की राज्य सरकार की नीति पर जोर देते हुए कहा कि अगर प्रभावशाली लोग भी इसमें शामिल पाए गए तो भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पुलिस से कहा कि वे थानों में महिलाओं का सम्मान करें, उनकी शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुनें और तत्काल कार्रवाई करें।
माझी ने कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शिकायत दिन में मिली है या रात में। हमारी ड्यूटी सिर्फ 8 से10 घंटे तक सीमित नहीं है। पीड़ितों की बात सुनकर पुलिस लोगों का भरोसा जीत सकती है और उनकी दोस्त भी बन सकती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “अधिकांश पुलिसकर्मियों के समर्पित कार्य की वजह से ओडिशा को शांतिपूर्ण राज्य होने की प्रतिष्ठा मिली है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव, सुचारू रथ यात्रा का आयोजन किया और नक्सलवाद पर भी लगाम लगाई।
माझी ने कहा, “राज्य सरकार राज्य को वामपंथी उग्रवाद से मुक्त करने के लिए समर्पण के साथ काम कर रही है और इसलिए सभी तरह की आवश्यक जनशक्ति और अन्य बुनियादी ढांचे उपलब्ध कराए जाएंगे।”
भाषा जितेंद्र