धारावी में मस्जिद के ‘अवैध’ हिस्से को गिराने की बीएमसी की योजना के खिलाफ प्रदर्शन
जोहेब माधव
- 21 Sep 2024, 05:52 PM
- Updated: 05:52 PM
(फोटो के साथ)
मुंबई, 21 सितंबर (भाषा) मुंबई की धारावी झुग्गी बस्ती में शनिवार को उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब सैकड़ों लोग एक मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को गिराने की बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कुछ निवासियों ने नगर निगम के अधिकारियों को उस गली में प्रवेश करने से रोक दिया जहां मस्जिद स्थित है और जल्द ही सैकड़ों लोग धारावी थाने के बाहर एकत्र होकर सड़क पर बैठ गए।
स्थिति तनावपूर्ण होने पर मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने अतिक्रमण वाले हिस्से को हटाने के लिए चार से पांच दिन का समय मांगा, जिस पर अधिकारियों ने सहमति जताई।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘जी-उत्तर प्रशासनिक वार्ड से बीएमसी अधिकारियों का एक दल सुबह करीब नौ बजे धारावी के 90 फुट रोड पर स्थित महबूब-ए-सुब्हानी मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को गिराने के लिए पहुंचा था। वहां जल्द ही बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी एकत्र हो गए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को उस गली में जाने से रोक दिया जहां मस्जिद स्थित है।''
उन्होंने कहा, ''इसके बाद सैकड़ों लोग धारावी थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और नगर निगम के कदम का विरोध करने के लिए सड़क पर बैठ गए।''
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी के जी उत्तर वार्ड ने मस्जिद के अतिक्रमित हिस्से को हटाने के लिए नोटिस जारी किया और कहा कि इस नोटिस के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि धारावी थाने के बाहर लोग एकत्र हुए और नोटिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया तथा अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोक दिया।
अधिकारी ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों और धारावी पुलिस के साथ संयुक्त बैठक में मस्जिद के ट्रस्टियों ने बीएमसी से अवैध हिस्से को हटाने के लिए चार- पांच दिन का समय मांगा।
उन्होंने कहा कि ट्रस्टियों ने बीएमसी के उपायुक्त और जी उत्तर डिवीजन के सहायक आयुक्त को लिखित अनुरोध प्रस्तुत किया है, जिसमें कहा गया है कि वे इस अवधि के दौरान स्वयं ही विवादित हिस्सा हटा देंगे।
अधिकारी ने बताया कि नगर निकाय ने अनुरोध स्वीकार कर लिया है।
घनी आबादी वाले धारावी को एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती माना जाता है।
इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की "आखिरी कोशिश" करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "धारावी में मस्जिद का मुद्दा भाजपा और शिंदे सरकार द्वारा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद पैदा करने का आखिरी प्रयास है। धारावी के लोग पुनर्विकास परियोजना के खिलाफ खड़े थे।"
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी सांप्रदायिक व जातिगत हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, "एक तरफ वे कह रहे हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला हो रहा है और दूसरी तरफ वे (बांग्लादेश की टीम के साथ) क्रिकेट खेल रहे हैं।" तिरुपति मंदिर के लड्डू मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकरे ने मांग की कि प्रसाद के लड्डू का परीक्षण गुजरात में नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रयोगशाला में किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "यह बहुत संवेदनशील मामला है। जगन रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू जो इस मामले पर एक-दूसरे की आलोचना कर रहे हैं, वे भाजपा के सहयोगी रहे हैं। भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए।"
भाषा जोहेब