धोखाधड़ी मामले में नोएडा के पूर्व सीईओ और बिल्डरों के खिलाफ छापेमारी
जोहेब धीरज
- 20 Sep 2024, 05:26 PM
- Updated: 05:26 PM
नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने घर खरीदारों के धन के कथित हेरफेर से जुड़े धन शोधन मामले में नोएडा प्राधिकरण के सेवानिवृत्त सीईओ मोहिंदर सिंह और बिल्डरों से जुड़े कई ठिकानों पर छापे मारकर 42 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की नकदी, सोना और हीरे के आभूषण जब्त किये हैं।
ईडी ने हैसिंडा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, इसके प्रवर्तकों व निदेशकों और संबंधित संस्थाओं द्वारा की गई कथित धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में 17-18 सितंबर को दिल्ली, नोएडा और उत्तर प्रदेश के मेरठ के साथ-साथ चंडीगढ़ और गोवा में स्थित परिसरों पर छापे मारे। प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा कि नोएडा में ‘लोटस 300 प्रोजेक्ट्स’ के घर खरीदारों के साथ 426 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई।
कंपनी, इसके प्रवर्तकों और संबंधित संस्थाओं जैसे एचपीपीएल, क्लाउड 9 प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, सुरप्रीत सिंह सूरी, विदुर भारद्वाज, निर्मल सिंह, आदित्य गुप्ता, आशीष गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सिंह के कार्यालय और आवासीय परिसरों पर छापे मारे गए।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर प्रवर्तन निदेशालय ने ‘‘निवेशकों और मकान खरीदारों की गाढ़ी कमाई को हड़पने और अंततः उन्हें वाद के अनुसार फ्लैट नहीं देने’’ के आरोप में हैसिंडा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया था।
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने इस मामले में शुरुआती प्राथमिकी दर्ज की थी। ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान 42.56 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण जब्त किए गए। इसमें 85 लाख रुपये की ‘बेहिसाब’ नकदी, 29.35 करोड़ रुपये के सोने और हीरे के आभूषण, 5.26 करोड़ रुपये का एक सॉलिटेयर हीरा, 7.1 करोड़ रुपये के हीरे के आभूषण और करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज शामिल हैं।
भाषा जोहेब