स्वच्छता से ही भारत स्वस्थ और विकसित बनेगा: राष्ट्रपति मुर्मू
दिमो हर्ष राजकुमार
- 19 Sep 2024, 04:42 PM
- Updated: 04:42 PM
(तस्वीरों के साथ)
उज्जैन (मध्यप्रदेश), 19 सितंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को लोगों से स्वच्छता की दिशा में आगे आने की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता से ही भारत स्वस्थ और विकसित बनेगा।
यहां सफाई मित्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुर्मू ने स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार सातवीं बार शीर्ष पर रहने के लिए मध्यप्रदेश के इंदौर शहर और देश में सबसे स्वच्छ राज्य की राजधानी होने के लिए भोपाल की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘सफाई मित्रों (सफाई कर्मचारी) को सम्मानित करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। स्वच्छता से ही देश स्वस्थ और विकसित बनेगा। सफाई मित्रों को सम्मानित करके हम खुद को सम्मानित कर रहे हैं।’’
मुर्मू ने लोगों से देश को ‘स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित’ बनाने के लिए एक कदम आगे बढ़ाने की अपील की।
राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि देश के गांवों और गलियों में रहने वाले लोग स्वच्छ भारत मिशन के तहत काम करने के लिए आगे आएंगे और ऐसा करने से ही देश महात्मा गांधी के स्वच्छता के आदर्शों को लागू कर पाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी जानते हैं कि स्वच्छता की ओर एक कदम देश को साफ रखने में मदद करेगा। हम सभी को देश को स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित बनाने के लिए आगे बढ़ना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) पिछले 10 वर्षों में एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन गया है और इसके परिणामस्वरूप देश में व्यापक बदलाव हुए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के कारण लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है और इस संबंध में उनके व्यवहार में काफी बदलाव आया है।
मुर्मू ने यह भी याद किया कि उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत ओडिशा में अपने गृहनगर में स्वच्छता से की थी, वहां उन्होंने अधिसूचित क्षेत्र परिषद की उपाध्यक्ष के रूप में काम किया था।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं सफाई कार्यों का निरीक्षण करने और सफाई मित्रों और अन्य लोगों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक वार्ड से दूसरे वार्ड में जाती थी।’’
उन्होंने कहा कि स्वच्छ मिशन के तहत, खुले में शौच की समस्या से निपटने के लिए 11 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया तथा 2.25 लाख से अधिक सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया गया है जिन्होंने महिलाओं के सम्मान, उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
उन्होंने स्कूलों में छात्राओं के लिए शौचालय की व्यवस्था करने के लिए सरकार को बधाई दी और कहा कि इसके परिणामस्वरूप बालिकाओं की साक्षरता का स्तर बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि एक प्रतिष्ठित सर्वेक्षण के अनुसार, स्वच्छ भारत मिशन के कारण देश में बाल मृत्यु दर में कमी आई है और ग्रामीण परिवारों की वार्षिक स्वास्थ्य लागत में औसतन 50,000 रुपये की कमी आई है।
स्वच्छता अभियान में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए मध्यप्रदेश के लोगों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर के रूप में शीर्ष पर रहा है, जबकि भोपाल देश की सबसे स्वच्छ राज्य की राजधानी के रूप में उभरा है।
राष्ट्रपति ने सफाई कर्मचारियों की भूमिका की भी सराहना की और उन्हें अग्रिम पंक्ति के योद्धा बताया, क्योंकि उन्होंने शहर को साफ रखने और नागरिकों को गंदगी से जुड़ी विभिन्न बीमारियों से बचाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर मुर्मू ने चार महिलाओं सहित पांच सफाई मित्रों को सम्मानित किया और 1,692 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली उज्जैन-इंदौर छह लेन सड़क की आधारशिला भी रखी।
राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इसके बाद राष्ट्रपति ने देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर का दौरा किया और गर्भगृह में भगवान के समक्ष प्रार्थना की।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ मुर्मू ने झाड़ू से मंदिर परिसर की सफाई भी की और पृष्ठभूमि में मुख्य मंदिर के साथ एक तस्वीर खिंचवाई।
इससे पहले दिन में राष्ट्रपति ने इंदौर की ऐतिहासिक रेसिडेंसी कोठी के परिसर में बृहस्पतिवार सुबह कदंब का पौधा लगाया।
अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल और यादव ने उनके साथ मिलकर परिसर में क्रमशः रुद्राक्ष और पारिजात के पौधे लगाए।
भाषा दिमो हर्ष