सोनभद्र में मालगाड़ी पटरी से उतरी, जौनपुर में टूटी मिली रेल पटरी
सं सलीम जितेंद्र
- 17 Sep 2024, 12:10 AM
- Updated: 12:10 AM
सोनभद्र/जौनपुर (उप्र), 16 सितम्बर (भाषा) सोनभद्र जिले के चुर्क और चोपन रेलवे स्टेशनों के बीच भारी बारिश के कारण सोमवार तड़के पटरियों पर पहाड़ का मलबा गिरने के कारण एक मालगाड़ी पटरी से उतर गयी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जौनपुर जिले में रेल पटरी टूटी हुई पाए जाने के बाद ट्रेन परिचालन कुछ समय के लिए बाधित रहा।
सोनभद्र से मिली खबर के मुताबिक, रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि जिले के चुर्क और चोपन रेलवे स्टेशनों के बीच भारी बारिश के कारण सोमवार तड़के पटरियों पर पहाड़ का मलबा गिरने के कारण एक मालगाड़ी पटरी से उतर गयी। हादसे की वजह से कई घंटे तक रेलगाड़ियों का आवागमन बाधित रहा लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि सोमवार तड़के तीन बजे चुनार से चोपन की तरफ जा रही एक मालगाड़ी जब चुर्क से आगे बढ़ी तभी भारी बारिश के कारण ब्रह्म बाबा पुल के पास घाघरा नदी के पोल संख्या 159/21 के नजदीक पहाड़ से गिरे मलबे से टकराकर उसका इंजन पटरी से उतर गया और मालगाड़ी वहीं खड़ी हो गयी।
इस दुर्घटना के पश्चात पटरियों पर रेलगाड़ियों का बाधित हो गया।
मालगाड़ी के चालक और गार्ड से दुर्घटना की सूचना मिलने पर अधिकारी तत्काल सक्रिय हो गये तथा पटरियों पर पुनः परिचालन कराने हेतु मरम्मत कार्य कराया गया।
इस हादसे के कारण लखनऊ से चोपन की तरफ जा रही मालगाड़ी को चुनार में रोक दिया गया तथा जम्मू तवी एक्सप्रेस (अप) का मार्ग बदलकर गढ़वा से कर दिया गया।
सोनभद्र रेलवे स्टेशन मास्टर अजय बाबू ने बताया कि दुर्घटना हुई थी, लेकिन अधिकारियों ने पहुंचकर पटरियों से मलबा हटवा दिया और रेलगाड़ियों का आवागमन चालू हो गया।
वहीं राज्य के जौनपुर जिले में सोमवार सुबह रेल पटरी टूटी हुई पाए जाने के बाद ट्रेन परिचालन कुछ समय के लिए बाधित रहा।
स्टेशन मास्टर कृष्णानंद पांडे ने बताया कि सुल्तानपुर रेल मंडल के हरपालगंज रेलवे स्टेशन के पूर्व में रजनीपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास एक रेलवे ट्रैक टूट गया। घटना का पता सुबह करीब सात बजे चला, जब सुल्तानपुर से आ रही सुहेलदेव एक्सप्रेस क्षतिग्रस्त ट्रैक से तेज आवाज के साथ गुजरी।
उन्होंने बताया “पटरी टूटने की सूचना तुरंत नियंत्रण कक्ष को दी गई। नतीजतन, दिल्ली से आ रही सद्भावना एक्सप्रेस को हरपालगंज स्टेशन पर रोक दिया गया। मरम्मत कार्य में करीब दो घंटे लगे, जिसके बाद ट्रेनों का संचालन बहाल हुआ।”
भाषा सं सलीम