प्रधानमंत्री ने 100 दिन में ‘यू-टर्न के नए कीर्तिमान’ बनाए, उनके पास कोई नजरिया नहीं: कांग्रेस
हक हक अविनाश
- 16 Sep 2024, 04:13 PM
- Updated: 04:13 PM
नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर सोमवार को कांग्रेस ने उनके पास कोई योजना, नजरिया और एजेंडा नहीं होने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि इस अल्प अवधि में ही प्रधानमंत्री ने ‘यू-टर्न के नए कीर्तिमान’ स्थापित कर दिए हैं।
पार्टी के सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव के बाद जिस 100 दिन के एजेंडे की बात की गयी थी, वह असल में एक जुमला था क्योंकि उनके पास 100 दिन तो दूर, अगले 5 साल के लिए भी कोई योजना या नजरिया नहीं है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपने 100 दिन पूरे किए हैं। यह 100 दिन देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं, अवसरंचना, रेलवे, अमन शांति के लिए बहुत भारी पड़े हैं। इन 100 दिनों ने यह साबित कर दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी के पास देश की समस्याओं के लिए ना कोई समाधान है, ना कोई नजरिया।’’
सुप्रिया ने कहा, ‘‘इन 100 दिनों में पंचर गुब्बारे में हवा भरने की खूब कोशिश हुई, लेकिन जनता ने लोकसभा चुनाव में जो कील चुभाई थी, उसने नरेन्द्र मोदी सरकार को दोबारा फूलने का कोई मौका ही नहीं दिया।’’
उनका कहना था, ‘‘याद है आपको चुनाव प्रचार के दौरान वो बड़े-बड़े दावे- नरेन्द्र मोदी तो पहले 100 दिन की योजना बना रहे हैं। कहां है वो योजना?’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी एक कमज़ोर और बैसाखियों पर आश्रित प्रधानमंत्री साबित हुए हैं जिन्होंने ‘यू-टर्न’ पर ‘यू-टर्न’ करने के नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
उन्होंने कहा कि ‘लेटरल एंट्री’, प्रसारण विधेयक, वक्फ संशोधन विधेयक, ‘इंडेक्सेशन’ और एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) पर सरकार के कदम से साबित हो गया है कि उसने लगातार ‘यू-टर्न’ लिए हैं।
सुप्रिया ने दावा किया, ‘‘पिछले 100 दिन में 38 ट्रेन हादसे हुए जिनमें 21 लोगों की मौत हुई तथा 112 घायल हुए। कई हवाई अड्डों, पुल, सड़क, मूर्तियां जिनका अभी हाल ही में उद्घाटन हुआ, वे ध्वस्त हो गए।’’
उनके मुताबिक, इन 100 दिन में जम्मू-कश्मीर में 26 आतंकी हमले हुए जिनमें 21 जवान शहीद हो गए और 15 नागरिकों की मौत हो गई।
सुप्रिया ने दावा किया कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 104 घटनाएं हुई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार में ‘नीट’ परीक्षा में धांधली हुई। यूजीसी नेट का पेपर लीक हुआ। सीएसआईआर नेट की परीक्षा स्थगित हुई। नीट पीजी की परीक्षा स्थगति हुई।’’
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया, ‘‘इस सरकार में अर्थव्यवस्था खस्ताहाल बनी हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में ऐतिहासिक गिरावट हुई है जो आज 83.92 रुपये तक पहंच चुका है। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश 43 प्रतिशत नीचे है। बेरोजगारी ने आठ महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।’’
उन्होंने महंगाई, भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) प्रमुख माधवी बुच से जुड़े मामले, ‘अदाणी घोटाले’, मणिपुर में हिंसा तथा लद्दाख में चीन के कथित अतिक्रमण को लेकर भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लोकसभा चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी के 100 दिन के एजेंडे की बात महज़ लफ़्फ़ाज़ी थी। जैसे उनकी बाक़ी बातें जुमला थीं, ये भी एक जुमला ही था। सच तो यह है कि अब उनके पास न कोई योजना है, न कोई नजरिया और न ही कोई एजेंडा। अगर कुछ है तो दो बैसाखियों के सहारे येन-केन-प्रकारेण कुर्सी से चिपकने की लालसा और अपने ‘ए-1’ और ‘ए-2’ की तिजोरियां भरने के लिए हर तिकड़म करना, भले ही कितनी एजेंसियों को चौपट करना पड़े।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी, 100 दिन तो छोड़िए, अगले 5 साल के लिए कोई योजना या कोई नजरिया है आपके पास? अपने पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने की कोई योजना है आपके पास? अर्थव्यवस्था, आय विषमता, बेरोज़गारी, महंगाई, महिला सुरक्षा को लेकर क्या कोई योजना है आपके पास? क्या भ्रष्टाचार को भी आप मान्यता देने की योजना बना रहे हैं? क्या आप जांच एजेंसियों को ऐसे ही भाजपा का अग्रिम संगठन बना रखेंगे या उन्हें मुक्त करने की कोई योजना है आपके पास?’’
सुप्रिया ने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ प्रधानमंत्री के रिश्ते कटु हो चुके हैं, पार्टी में कलह है और सरकार दिशाहीन है।
भाषा हक हक