धरना दे रहे चिकित्सकों पर हमले की साजिश का हुआ भंडाफोड़ : तृणमूल नेता
धीरज अविनाश
- 13 Sep 2024, 10:26 PM
- Updated: 10:26 PM
कोलकाता, 13 सितंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने शुक्रवार को दावा किया कि कुछ विपक्षी सियासी ताकतों ने ममता बनर्जी सरकार और पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी को बदनाम करने के लिए प्रदर्शनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों पर हमले की साजिश रची है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर चिकित्सकों का धरना शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन कर रहे चिकित्सक विभाग के शीर्ष अधिकारियों को चिकित्सा महाविद्यालयों के भ्रष्टाचार में कथित तौर पर संलिप्तता की वजह से हटाने की मांग कर रहे हैं।
पूर्व राज्यसभा सदस्य घोष ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में एक ऑडियो क्लिप साझा किया जिसमें कथित तौर पर दो लोग ‘‘12 सितंबर की रात को ‘नबन्ना’ (राज्य सचिवालय) से लौटने पर कनिष्ठ चिकित्सकों पर हमला करने की साजिश रचते सुने जा सकते हैं।’’
आर.जी. कर अस्पताल की घटना के बाद से जारी गतिरोध के समाधान के लिए चिकित्सक 12 सितंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत करने के लिए नबन्ना गए थे। हालांकि, कनिष्ठ चिकित्सकों की मांग के अनुसार राज्य सरकार बातचीत का सीधा प्रसारण करने पर सहमत नहीं हुई, इसलिए यह बैठक नहीं हो सकी।
तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट हो गया है कि कुछ लोग कल रात कनिष्ठ चिकित्सकों पर हमला करना चाहते थे और वे फिर से हमला कर सकते हैं। हमने पुलिस और सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ऐसा न हो। हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान हो जाएगा।’’
‘पीटीआई-भाषा’ घोष द्वारा प्रस्तुत ऑडियो क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करती।
घोष ने कहा कि पार्टी के पास विश्वसनीय सूचना है कि कुछ वामपंथी और अति वामपंथी दल प्रदर्शनकारियों के बीच घुसपैठ करने और तृणमूल कांग्रेस एवं ममता बनर्जी सरकार को बदनाम करने के लिए हमले की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वाम दलों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चिकित्सकों के धरना स्थल पर बड़े पैमाने पर अशांति फैलाने के लिए हाथ मिला लिया है ताकि वे तृणमूल कांग्रेस को बदनाम कर सकें।
मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ कनिष्ठ चिकित्सक 10 सितंबर से ‘स्वास्थ्य भवन’ के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने संस्थान के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय एजेंसी नौ अगस्त को आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ हुए बलात्कार और हत्या की भी जांच कर रही है। उक्त घटना के बाद कनिष्ठ चिकित्सक पीड़िता के लिए न्याय और अस्पतालों में मजबूत सुरक्षा उपायों की मांग को लेकर ‘काम बंद’ आंदोलन कर रहे हैं।
कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हम शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध के खिलाफ नहीं हैं। हमारी नेता, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार कहा है कि वह (गतिरोध दूर करने के लिए) कनिष्ठ चिकित्सकों के साथ खुले मन से बातचीत की खातिर तैयार हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि जहां अधिकांश आंदोलनकारी चिकित्सक गतिरोध को दूर करने और सकारात्मक बातचीत के इच्छुक हैं जबकि वामपंथी और अति-वामपंथी संगठनों के कुछ लोग कोई समाधान नहीं चाहते।
तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘वे लाश पर राजनीति कर रहे हैं। कोलकाता के बाहर से गुंडों को लाने की योजना चल रही है।’’
घोष ने आरोप लगाया कि माकपा और भाजपा सहित विभिन्न दलों के नेता राजनीतिक एजेंडे के साथ धरना स्थल पर आ रहे हैं और आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा किसी को भी कनिष्ठ चिकित्सकों को छूने नहीं देगी।
अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पर आंदोलन के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो बंगाल के लोग राज्य में कामकाज ठप कर देंगे। हमारे पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक भी उनमें शामिल होंगे।’’
भाषा धीरज