फडणवीस महाराष्ट्र के गृह विभाग का नेतृत्व करने योग्य नहीं: राउत
वैभव नरेश
- 10 Sep 2024, 01:55 PM
- Updated: 01:55 PM
मुंबई, 10 सितंबर (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राज्य के गृह विभाग का नेतृत्व करने योग्य नहीं हैं और जब तक वह इस पद पर हैं तब तक किसी भी मामले में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती।
राउत ने फडणवीस पर यह हमला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के बेटे के नाम पर पंजीकृत एक लक्जरी कार से हुई दुर्घटना के एक दिन बाद किया है। उन्होंने यह दावा भी किया कि दुर्घटना के इस मामले में साक्ष्य मिटा दिए गए हैं।
बावनकुले के बेटे संकेत की ऑडी कार ने सोमवार तड़के नागपुर के रामदासपेठ इलाके में कई वाहनों को टक्कर मार दी थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाड़ी के चालक अर्जुन हावरे को सोमवार रात को गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस के अनुसार गाड़ी में दुर्घटना के समय सवार रहे रोनित चित्तमवार नामक युवक को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि लग्जरी कार में सवार लोग धरमपेठ इलाके में एक बीयर बार से लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय परीक्षण में आरोपियों के रक्त का परीक्षण भी किया जाएगा ताकि पता लगाया जा सके के दुर्घटना के समय वे कहीं नशे में तो नहीं थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘लापरवाही से गाड़ी चलाने और अन्य अपराधों में मामला दर्ज किया गया है। संकेत बावनकुले और मनकापुर पुल पर घटनास्थल से कथित तौर पर भागने वाले दो अन्य लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’’
राउत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में मामले की जांच को लेकर फडणवीस पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी जानकारी के अनुसार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का बेटा कथित तौर पर नशे में था। उसकी कार ने छह अन्य कारों को टक्कर मार दी और चार लोग घायल हो गए जिनमें से दो नागपुर के एक अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।’’
राउत ने कहा कि हैरानी की बात है कि प्राथमिकी में उसका नाम नहीं है और दुर्घटना के बाद कार की नंबर प्लेट हटा दी गई थी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बावनकुले के बेटे ने अपनी कार से दो बार टक्कर मारी (दूसरी गाड़ियों को), लेकिन सीसीटीवी फुटेज हमेशा की तरह हटा दी गई। अगर कार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले या उनके बेटे के नाम पर पंजीकृत है, तो नंबर प्लेट क्यों हटाई गई? राजकुमार (बावनकुले का बेटा) कार चला रहा था। लेकिन जब दुर्घटना हुई, तो दिखाया गया कि ड्राइवर (कोई दूसरा व्यक्ति) गाड़ी चला रहा था। यह मामले को दबाने की कोशिश है।’’
राउत ने यह दावा भी किया कि बावनकुले का बेटा ‘लाहौरी बार’ गया था। उन्होंने कहा, ‘‘आप सीसीटीवी फुटेज खोजकर देख सकते थे कि शराब कौन पी रहा था। लेकिन मुझे नहीं लगता कि अब आपको उस बार के सीसीटीवी फुटेज मिलेंगे।’’
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि अगर देवेंद्र फडणवीस प्रभावी तरीके से गृह विभाग का नेतृत्व करने में विफल रहते हैं तो वह इस पद के लिए योग्य नहीं हैं।
राउत ने दावा किया, ‘‘कार बावनकुले के नाम पर पंजीकृत है और सारे सबूत मिटा दिए गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक फडणवीस गृह मंत्री हैं और रश्मि शुक्ला पुलिस महानिदेशक हैं, राज्य में किसी भी मामले में कभी भी निष्पक्ष जांच नहीं होगी।’’
राउत ने कहा कि यह केवल चंद्रशेखर बावनकुले से जुड़ा हुआ मुद्दा नहीं है, बल्कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सभी के लिए समान न्याय पर जोर देते हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘अगर विपक्ष की ओर से किसी ने दुर्भाग्य से ऐसा अपराध किया होता तो देवेंद्र फडणवीस और बावनकुले के समर्थक हमारी कड़ी आलोचना करते। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि बावनकुले का बेटा इस मामले में संलिप्त है।’’
राउत ने कहा, ‘‘क्या यही देश का कानून है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप राज्य के गृह मंत्री हैं। आपने सभी के साथ समान व्यवहार करने की संविधान की शपथ ली है। लेकिन इस राज्य में गरीबों के लिए अलग और आपके पार्टी नेताओं के रिश्तेदारों के लिए अलग मानदंड लगते हैं।’’
राउत ने कहा, ‘‘आप हमारे खिलाफ मामले दर्ज करेंगे, आप हमें जेल में भी डाल देंगे लेकिन आप लोगों को कुचलने के बाद भी मजे से भाग जाएंगे। यह किस तरह का न्याय है?’’
नागपुर के सीताबल्डी थाने के एक अधिकारी के अनुसार, ऑडी कार ने पहले शिकायतकर्ता जितेंद्र सोनकांबले की कार को रविवार देर रात एक बजे टक्कर मारी और फिर एक मोपेड को टक्कर मार दी, जिससे उस पर सवार दो युवक घायल हो गए।
उन्होंने कहा, “ऑडी कार ने मनकापुर इलाके की ओर जा रहे कुछ और वाहनों को टक्कर मारी। वहां टी-प्वाइंट पर वाहन ने एक पोलो कार को टक्कर मार दी। इसमें सवार लोगों ने ऑडी कार का पीछा किया और मनकापुर पुल के पास उसे रोक लिया। उन लोगों ने ऑडी चालक अर्जुन हावरे और रोनित चित्तमवार नामक दो लोगों को रोक लिया।”
घटना के बाद चंद्रशेखर बावनकुले ने स्वीकार किया कि ऑडी कार उनके बेटे संकेत के नाम पर पंजीकृत है।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस को बिना किसी पक्षपात के दुर्घटना की गहन और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। जो लोग दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। मैंने किसी पुलिस अधिकारी से बात नहीं की है। कानून सभी के लिए समान होना चाहिए।’’
भाषा वैभव