राष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मीदवार गोंजालेज ने स्पेन में शरण लेने के लिए वेनेजुएला छोड़ा
शुभम प्रशांत
- 08 Sep 2024, 07:00 PM
- Updated: 07:00 PM
काराकस, आठ सितंबर (एपी) वेनेजुएला में विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे एडमंडो गोंजालेज स्पेन में शरण मिलने के बाद देश छोड़कर चले गए हैं जिससे लाखों लोगों को बड़ा झटका लगा है जो दो दशकों के एकदलीय शासन को समाप्त करने के लिए उनके अभियान से उम्मीद लगाए बैठे थे।
वेनेजुएला के विपक्ष और कई देशों की सरकारों द्वारा उन्हें जुलाई में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में वैध विजेता माना जा रहा है। उनके अचानक देश छोड़ने की घोषणा वेनेजुएला के उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिग्ज ने शनिवार देर रात की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने गोंजालेज की गिरफ्तारी के आदेश देने के कुछ ही दिनों बाद उन्हें देश से सुरक्षित बाहर जाने देने का निर्णय लिया, ताकि “देश में राजनीतिक शांति और सौहार्द” बहाल करने में मदद मिल सके।
इसपर गोंजालेज और विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस बीच स्पेन की वामपंथी सरकार ने कहा कि वेनेजुएला छोड़ने का निर्णय गोंजालेज का अकेले लिया गया निर्णय था और वह देश की वायुसेना द्वारा भेजे गए विमान से रवाना हुए।
विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बारेस ने स्पेन के राष्ट्रीय प्रसारक 'आरटीवीई' को बताया कि उनकी सरकार गोंजालेज को उनके अनुरोध के अनुसार राजनीतिक शरण देगी। अल्बारेस ने स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ चीन की राजकीय यात्रा पर जाते समय यह बात कही।
अल्बारेस ने कहा, “मैं (गोंजालेज से) बात करने में सक्षम था और जब वह हवाई जहाज में सवार हुए तो उन्होंने स्पेन सरकार और स्पेन के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।”
उन्होंने कहा, “बेशक, मैंने उन्हें बताया कि हम खुश हैं कि वह ठीक हैं और स्पेन के लिए रवाना हो गए हैं और मैंने वेनेजुएला के सभी लोगों के राजनीतिक अधिकारों के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।”
गोंजालेज के जाने की घोषणा से पहले शुक्रवार को अपने भाषण में सांचेज ने कहा कि विपक्षी नेता “एक नायक हैं जिन्हें स्पेन छोड़ने वाला नहीं है।”
अल्बारेस ने कहा कि गोंजालेज ने प्रस्थान से पहले काराकास स्थित स्पेनिश दूतावास में रहे थे।
गोंजालेज के जाने के बारे में विस्तृत जानकारी रखने वाले एक स्पेनिश अधिकारी ने कहा कि उनकी सरकार ने मादुरो के प्रशासन के साथ गोंजालेज के जाने के बारे में चर्चा नहीं की। अधिकारी ने मंत्रालय के प्रोटोकॉल के अनुसार नाम न जाहिर करने की शर्त पर यह बात कही।
भाषा
शुभम