अबू धाबी के वली अहद अल नाहयान दिल्ली पहुंचे, गर्मजोशी से किया गया स्वागत
धीरज नरेश
- 08 Sep 2024, 06:59 PM
- Updated: 06:59 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा)अबू धाबी के वली अहद (युवराज)शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के तहत रविवार को नयी दिल्ली पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
नाहयान अपने भारत प्रवास के दौरान पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच ऊर्जा और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हवाई अड्डे पर अबू धाबू के वली अहद की अगवानी की, जिसके बाद उनका औपचारिक स्वागत किया गया। यह उनकी इस यात्रा को भारत द्वारा दिए गए महत्व को दर्शाता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘ऐतिहासिक संबंधों में एक नया मील का पत्थर। महामहिम शेख खालिद बिन जायद अल नाहयान भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे।’’उन्होंने कहा, ‘‘ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गर्मजोशी से एवं औपचारिक स्वागत किया।’’
वली अहद अल नाहयान के साथ संयुक्त अरब अमीरात सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
अपनी यात्रा के दिल्ली चरण के समापन के बाद अल नाहयान एक व्यापार मंच में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे। दोनों देशों के शीर्ष व्यापार नेता मंगलवार को होने वाले इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल नाहयान की यात्रा से भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच संबंध और मजबूत होंगे तथा नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खुलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी और वली अहद अल नाहयान सोमवार को वार्ता करेंगे। अगस्त 2015 में मोदी की यूएई की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया है।
दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये और दिरहम (संयुक्त अरब अमीरात की मुद्रा) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) और जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान (एलसीएस) प्रणाली पर हस्ताक्षर किए।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में लगभग 85 अरब अमेरिकी अमरीकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से हैं। 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भी यूएई, भारत में शीर्ष चार निवेशकों में शामिल है।
यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं। पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में यूएई को बतौर विशेष आमंत्रित देश न्योता दिया गया था।
भाषा धीरज