जनता के आशीर्वाद से हर लड़ाई जीतेंगे: विनेश फोगाट
देवेंद्र नरेश
- 08 Sep 2024, 08:31 PM
- Updated: 08:31 PM
(तस्वीरों के साथ)
चंडीगढ़, आठ सितंबर (भाषा) पहलवान और कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए रविवार को कहा कि उन्हें लोगों के आशीर्वाद से हर लड़ाई जीतने की उम्मीद है।
फोगाट (30) को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जुलाना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है।
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा जबकि मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।
जुलाना पहुंचने पर फोगाट का गर्मजोशी से स्वागत किया गया तथा बुजुर्गों, महिलाओं और विभिन्न खापों के सदस्यों समेत उनके समर्थकों ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया तथा आशीर्वाद दिया।
कांग्रेस ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी, जिसमें उनका नाम भी पार्टी उम्मीदवारों में शामिल था।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख एवं भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे रहने वाले ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।
खुली छत वाली कार में खड़ी फोगाट ने लोगों का आशीर्वाद लिया। लोग उनकी एक झलक पाने के लिए उनके वाहन के चारों ओर खड़े थे। ढोल की थाप के बीच उनके समर्थकों ने ‘विनेश फोगाट जिंदाबाद’ के नारे लगाये।
बृजभूषण शरण सिंह पर एक सवाल का जवाब देते हुए फोगाट ने कहा, ‘‘बृजभूषण देश नहीं हैं। मेरा देश मेरे साथ खड़ा है। मेरे प्रियजन मेरे साथ खड़े हैं और वे मेरे लिए मायने रखते हैं।’’
बृजभूषण ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमले की अपनी “साजिश” में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को “मोहरे” के तौर पर इस्तेमाल किया।
एक सवाल के जवाब में फोगाट ने कहा, ‘‘मेरे चाहने वालों ने मेरा साथ दिया। जैसे उन्होंने कुश्ती में (उनके खेल करियर के दौरान) जीत सुनिश्चित की, वैसे ही वे यहां (चुनावी मुकाबले में) भी अपना आशीर्वाद जारी रखेंगे और उनके आशीर्वाद से हम हर लड़ाई जीतेंगे।’’
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ओलंपिक पदक न मिलने का दर्द उसी दिन कम हो गया था, जब देश के नागरिकों ने हवाई अड्डे पर उतरते ही उन पर अपना प्यार बरसाया था।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उनका (लोगों का) दर्द कम करना है और यह मेरी जिम्मेदारी है।’’
फोगाट ने कहा, ‘‘मैं 30 साल की हूं और मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है। जब लोग आपके साथ हों तो आप किसी भी चुनौती से पार पा सकते हैं।’’
चुनाव लड़ने के बारे में पूछे गये एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुश हूं और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करुंगी।’’
पूनिया तोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता हैं, जबकि फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं। हालांकि, उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उन्होंने खेल से संन्यास की घोषणा की।
विनेश फोगाट चरखी दादरी जिले के बलाली से हैं, जबकि उनकी ससुराल जुलाना में है। जुलाना में बख्ता खेड़ा गांव उनके पति सोमवीर राठी का पैतृक गांव है।
बाद में बख्ता खेड़ा गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए फोगाट ने कहा, ‘‘जींद की धरती ऐतिहासिक है, यहां के लोग बहुत बहादुर हैं।’’
उन्होंने चुनावी लड़ाई के लिए लोगों से समर्थन और आशीर्वाद मांगा और वादा किया कि वह गांव में ही रहेंगी और हमेशा उनके बीच रहेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं चुनाव जीतती हूं या हारती हूं। यहां हमारा घर है और मैं यहीं रहूंगी।’’
उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने के लिए कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद दिया।
फोगाट ने कहा कि जब वे दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तो पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने उनका समर्थन किया था। उन्होंने कहा, ‘‘उस समय हमें लगा था कि हममें हिम्मत नहीं है और हमें देश छोड़ देना चाहिए। हम अपमानित महसूस कर रहे थे। लेकिन प्रियंका जी ने मुझसे कहा कि हिम्मत मत हारो और कुश्ती के जरिए जवाब दो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं राहुल गांधी जी की प्रशंसक हूं। मैं देख रही हूं कि वह पिछले दो-तीन वर्षों से लोगों से मिल रहे हैं और उनका दर्द समझने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी धन्यवाद दिया और कहा कि वह उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेंगे, उसे पूरा करने का प्रयास करेंगी।
उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा, ‘‘आपका सम्मान हमेशा हर चीज से ऊपर रहेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश ने मुझे बहुत कुछ दिया है और कुश्ती ने भी। आज मैं जो कुछ भी हूं, इस खेल की वजह से हूं।’’
उन्होंने लोगों से अपनी बेटियों को उनके सपने पूरे करने में सहयोग करने को कहा।
भाषा
देवेंद्र