बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने दुर्गा पूजा के मद्देनजर उपद्रवियों को चेतावनी दी
गोला नरेश
- 08 Sep 2024, 05:01 PM
- Updated: 05:01 PM
ढाका, आठ सितंबर (भाषा) दुर्गा पूजा के दौरान अशांति पैदा होने की आशंकाओं के बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने रविवार को संदिग्ध उपद्रवियों को चेतावनी देते हुए इस हिंदू त्योहार के दौरान पूजा स्थलों को निशाना बनाने या साम्प्रदायिक सद्भाव भंग करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया।
दुर्गा पूजा उत्सव नौ अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
धार्मिक मामलों के सलाहकार डॉ. एएफएम खालिद हुसैन ने राजशाही जिले के गोदागारी में प्रेमातली गौरंग बाड़ी कालीमंदिर के दौरे पर कहा, ‘‘अगर कोई पूजाघरों में व्यवधान डालता है या लोगों को परेशान करता है, तो हम उन्हें नहीं बख्शेंगे। हम उन्हें कानून के तहत सजा दिलाएंगे और शांति सुनिश्चित करेंगे।’’
‘द ढाका ट्रिब्यून’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने हिंदू समुदाय के सदस्यों से अपने त्योहारों को उत्साह के साथ मनाने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि किसी को भी उनके मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
हुसैन ने कहा, ‘‘अगर आपको अपने मंदिरों पर हमलों का डर है तो आश्वस्त रहें क्योंकि कोई अपराधी कामयाब नहीं होगा। हमने मंदिरों की सुरक्षा के लिए मदरसा छात्रों समेत स्थानीय लोगों की मदद ली है। कोई भी हमें हमारे धार्मिक उत्सवों का जश्न मनाने से नहीं रोकेगा।’’
उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार बांग्लादेश को भेदभाव और साम्प्रदायिकता से मुक्त देश बनाना चाहती है।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद हुई हिंसा के दौरान अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को हमलों का सामना करना पड़ा था। उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठान और संपत्तियों में तोड़फोड़ की गयी तथा मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया गया।
राजशाही सर्किट हाउस में शनिवार को हुसैन ने सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की और आगाह किया कि आसामाजिक तत्व दुर्गा पूजा के मद्देनजर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं।
उन्होंने कानून प्रवर्तन अधिकारियों और प्रशासन को पूजा मंडपों की सुरक्षा सुनिश्चित के लिए कदम उठाने का भी निर्देश दिया।
पिछले महीने, हजारों हिंदुओं ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका और चटगांव में प्रदर्शन रैलियां निकालते हुए सुरक्षा की मांग की थी।
भाषा गोला