वैश्विक उथल-पुथल के बीच भारत को स्थिर सरकार की जरूरत : नकवी
सुभाष पवनेश
- 06 Sep 2024, 04:40 PM
- Updated: 04:40 PM
(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक उथल-पुथल के बीच, भारत या किसी भी अन्य लोकतांत्रिक देश को स्थिर सरकार व सक्षम नेतृत्व की जरूरत है जो ‘‘संकट मोचक’’ की भूमिका निभा सके और सामाजिक-आर्थिक व सांस्कृतिक सशक्तीकरण का ‘‘ध्वज-वाहक’’ बने।
हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित ‘‘एशियन ब्रांड एंड लीडरशिप कॉन्क्लेव 2024’’ को संबोधित करते हुए, नकवी ने यह भी कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) ‘‘एक उत्तम नेता नहीं बल्कि एक छद्म नेता तैयार करता है।’’
नकवी ने कहा कि नेतृत्व ‘‘संघर्ष की भट्ठी में’’ तपने के बाद उभरता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा देश संघर्ष से उत्पन्न हुए महात्मा गांधी, डॉ (भीम राव) आंबेडकर, दीनदयाल उपाध्याय, राम मनोहर लोहिया, लाल बहादुर शास्त्री, सरदार पटेल, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, जय प्रकाश नारायण और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कई नेताओं का गवाह है, जिन्होंने न केवल देश का नेतृत्व किया बल्कि नये नेतृत्व की राह भी तैयार की।’’
नकवी ने कहा कि वैश्विक उथल-पुथल के बीच, भारत या किसी भी अन्य लोकतांत्रिक देश को स्थिर सरकार व सक्षम नेतृत्व की जरूरत है जो ‘‘संकट मोचक’’ की भूमिका निभा सके और सामाजिक-आर्थिक व सांस्कृतिक सशक्तीकरण का ‘‘ध्वज-वाहक’’ बने।
उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतंत्र में सबसे चिंताजनक स्थिति तब होती है जब नेतृत्व ‘‘चौराहों और चौपालों’’ के बजाय ‘‘महलों के अंदर’’ से उभरता है।
भाजपा नेता ने कहा ‘‘कुछ दिन पहले, मैंने अमेरिका की 34 वर्षीय एक डेमोक्रेटिक महिला सांसद ओकासियो कॉर्टेज के बारे में पढ़ा, जिनकी संक्षिप्त राजनीतिक यात्रा संकट, संघर्ष और सफलता की एक मिसाल है। उनके पिता की कैंसर से मृत्यु हो गई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी मां ने आजीविका के लिए लोगों के घरों में सफाई का काम किया। उन्होंने स्कूल से ऋण लेकर पढ़ाई की और जीवन-यापन के लिए रेस्तरां में काम किया। उनका जीवन चुनौतीपूर्ण रहा और यह संघर्ष को संकल्प व सफलता में बदलने का एक जीवंत उदाहरण है।’’
कार्यक्रम में जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी, दिग्गज अभिनेता कबीर बेदी, भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता समीप शास्त्री भी उपस्थित थे।
भाषा सुभाष