प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो देशों की यात्रा के पहले चरण में ब्रुनेई पहुंचे
आशीष पवनेश
- 03 Sep 2024, 06:29 PM
- Updated: 06:29 PM
(फोटो के साथ)
बंदर सेरी बेगवान, तीन सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में मंगलवार को ब्रुनेई पहुंचे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ब्रुनेई के साथ मजबूत संबंधों, विशेषकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हैं।
मोदी द्विपक्षीय यात्रा पर ब्रुनेई आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया और शाही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपनी बैठकों को लेकर उत्सुक हैं।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ब्रुनेई दारुस्सलाम पहुंच गया हूं। हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों, खासकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। मैं हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए ‘क्राउन प्रिंस’ हाजी अल-मुहतदी बिल्लाह को धन्यवाद देता हूं।’’
प्रधानमंत्री मोदी को हवाई अड्डे पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी प्रदान किया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ब्रुनेई पहुंचने पर प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया गया। ‘क्राउन प्रिंस’ हाजी अल-मुहतदी बिल्लाह ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।’’
जायसवाल ने कहा, ‘‘यह यात्रा खास है, क्योंकि यह भारत के प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा है और यह ऐसे समय हो रही है, जब दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए ब्रुनेई दारुस्सलाम के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को आगे बढ़ाने तथा सिंगापुर के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के प्रति विश्वास व्यक्त किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत के लिए दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भागीदार है। भारत और ब्रुनेई के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर आपसी सम्मान और समझ पर आधारित हैं।
मोदी जब होटल पहुंचे, जहां वह अपनी यात्रा के दौरान ठहरेंगे, तो भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने समुदाय के लोगों से बातचीत की। एक बच्ची ने मोदी को उनका ‘स्केच’ भेंट किया। प्रधानमंत्री ने बच्ची को अपना ऑटोग्राफ दिया।
शाम में मोदी भारतीय उच्चायोग के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे। वह वहां भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे।
प्रधानमंत्री वर्तमान सुल्तान के पिता द्वारा निर्मित एक मस्जिद का भी दौरा करेंगे। बुधवार को मोदी सुल्तान हसनल बोल्किया के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
इससे पूर्व, मोदी ने प्रस्थान से पहले नयी दिल्ली में जारी एक बयान में कहा, ‘‘आज, मैं ब्रुनेई दारुस्सलाम की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर जा रहा हूं। जैसा कि हम अपने राजनयिक संबंधों के 40 वर्षों का जश्न मना रहे हैं, मैं सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया और शाही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपनी बैठकों की प्रतीक्षा कर रहा हूं, ताकि हमारे ऐतिहासिक संबंधों को नयी ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके।’’
विदेश मंत्रालय ने पूर्व में कहा था कि इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग और मजबूत होगा तथा नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
ब्रुनेई से मोदी बुधवार को सिंगापुर जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग, गोह चोक टोंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे।
मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश (सिंगापुर और ब्रुनेई) हमारी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत के लिए दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भागीदार हैं। मुझे विश्वास है कि मेरी यात्राओं से ब्रुनेई, सिंगापुर और वृहद आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) क्षेत्र के साथ हमारी साझेदारी और मजबूत होगी।’’
भाषा आशीष