हरियाणा को ‘डबल इंजन’ की नहीं, नए इंजन की जरूरत है: मान ने लोगों से ‘आप’ को वोट देने की अपील की
प्रशांत दिलीप
- 01 Sep 2024, 10:39 PM
- Updated: 10:39 PM
चंडीगढ़, एक सितंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को हरियाणा के लोगों से आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता में लाने की अपील की और कहा कि राज्य को ‘डबल इंजन’ की नहीं, बल्कि ‘नए इंजन’ की जरूरत है।
भाजपा अक्सर केंद्र और राज्य दोनों में अपने शासन को संदर्भित करने के लिए “डबल इंजन” शब्द का उपयोग करती है, तथा तीव्र विकास का वादा करती है।
आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा के साथ अंबाला जिले के नारायणगढ़ में एक “बदलाव जनसभा” में मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने कांग्रेस, भाजपा और इनेलो को बार-बार मौका दिया, “लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ”।
उन्होंने दावा किया, “पिछले 78 वर्षों में विभिन्न सरकारों के कार्यकाल में लोगों की समस्याएं बढ़ती ही गई हैं।”
पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में लोगों से आप को वोट देने की अपील करते हुए मान ने कहा, “दिल्ली और पंजाब को प्रगति के लिए नया रास्ता और नया इंजन मिल गया है। इसी तरह हरियाणा को भी नए इंजन की जरूरत है, किसी दोहरे इंजन की नहीं।”
उन्होंने कहा कि हरियाणा की सीमाएं दिल्ली और पंजाब से लगती हैं और दोनों राज्यों में आप की सरकारें हैं, जो लोगों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराती हैं, जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा इन पहलुओं में पिछड़ रहा है और उन्होंने ‘आप’ को एक व्यवहार्य विकल्प बताया।
मान ने दावा किया कि पंजाब उद्योगों को सबसे सस्ती बिजली उपलब्ध कराता है, जबकि राज्य में 90 प्रतिशत परिवारों को पिछले दो वर्षों से शून्य बिजली बिल आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में भी मुफ्त बिजली उपलब्ध है। हरियाणा में यह मुफ्त क्यों नहीं हो सकती? क्या कोई अन्य पार्टी स्कूल और अस्पताल बनाने और मुफ्त बिजली देने का वादा करती है? कोई भी पार्टी आपके घर तक राशन पहुंचाने का वादा नहीं करती है।”
ढांडा ने कहा कि हरियाणा में बदलाव का समय आ गया है और दावा किया कि भाजपा सत्ता से बाहर होने वाली है। ढांडा ने कहा कि दिल्ली और पंजाब की तरह हरियाणा में भी आप की सरकार बनेगी।
आप ने एक बयान में कहा कि इससे पहले दिन में मान और ढांडा ने पानीपत में एक कार्यक्रम में व्यापारियों से बातचीत की, उनकी समस्याएं सुनीं और सुझाव दिए।
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