हरियाणा: जजपा के पूर्व नेताओं अनूप धानक, गौतम एवं सिहाग ने सत्तारूढ़ दल का दामन थामा
रंजन नरेश
- 01 Sep 2024, 08:12 PM
- Updated: 08:12 PM
चंडीगढ़, एक सितंबर (भाषा) जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के पूर्व नेता अनूप धानक, राम कुमार गौतम और जोगी राम सिहाग रविवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जिससे हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी को मजबूती मिलेगी।
अंबाला की महापौर शक्ति रानी शर्मा समेत तीनों नेताओं का मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख मोहन लाल बडोली और पार्टी के प्रदेश मामलों के सह-प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने जींद में एक रैली में भाजपा में स्वागत किया।
शर्मा हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी हैं। उनके बेटे और निर्दलीय राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
धानक, गौतम और सिहाग जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के विधायक थे, लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
हाल ही में सिहाग, गौतम, धानक एवं राम निवास सुरजाखेड़ा ने हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा नेता किरण चौधरी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। किरण संसद के उच्च सदन के लिए निर्विरोध चुनी गईं थी।
सुरजाखेड़ा के भी जींद रैली में भाजपा में शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन वह कार्यक्रम में नजर नहीं आए। कुछ दिन पहले जींद पुलिस ने एक महिला के आरोप के आधार पर उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया था।
सुरजाखेड़ा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें विधानसभा चुनाव से पहले उनके खिलाफ साजिश बताया है।
जींद रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि इन नेताओं के शामिल होने से भाजपा की स्थिति मजबूत हुयी है।
कांग्रेस के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने विपक्षी पार्टी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेताओं की एक सप्ताह पहले की उस टिप्पणी का जिक्र करते हुए कि भाजपा ने चुनाव टालने की मांग करके हार स्वीकार कर ली है, सैनी ने कहा, ‘‘(भूपिंदर सिंह) हुड्डा साहब यह भाजपा है। मैं कांग्रेस नेताओं को बताना चाहता हूं कि भाजपा डरी हुई नहीं है, हम किसी भी समय चुनाव का सामना करने के लिए हमेशा तैयार हैं।’’
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी इनेलो ने चुनाव आयोग से लंबे सप्ताहांत को ध्यान में रखते हुए मतदान की तारीख को संशोधित करने का आग्रह किया था, क्योंकि लंबे सप्ताहांत में लोग बाहर निकलते हैं, जिससे मतदान प्रतिशत कम हो सकता है।
चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख एक अक्टूबर से बढ़ाकर पांच अक्टूबर कर दी और कहा कि यह फैसला बिश्नोई समुदाय के त्योहार को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सैनी ने इस फैसले के लिए चुनाव आयोग का आभार जताया।
कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वे हमसे (किए गए काम का) हिसाब मांग रहे हैं। मैंने कांग्रेस से कुछ सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने समान विकास के लिए परियोजनाएं शुरू कीं। नौकरियां योग्यता के आधार पर दी गईं।’’
सैनी ने कहा कि मार्च में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई।
सैनी ने कहा कि कांग्रेस के पास न तो नीति है, न नीयत और न ही नेतृत्व।
उन्होंने जींद रैली में कहा, ‘‘जो लोग हमसे हिसाब मांग रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हमने विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कई फैसले लिए हैं। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तो उन्होंने क्या किया।’’
सैनी ने कहा, ‘‘लेकिन कांग्रेस के पास हमारे द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं है। हरियाणा की जनता पांच अक्टूबर को भाजपा को सत्ता में लाकर उन्हें करारा जवाब देगी।’’
कांग्रेस किसानों से जुड़े कई मुद्दों के साथ-साथ बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और अन्य मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधती रही है।
भाषा रंजन