सत्तारूढ़ वाम मोर्चे के विधायक ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पर साधा निशाना
धीरज नरेश
- 01 Sep 2024, 06:57 PM
- Updated: 06:57 PM
मलप्पुरम(केरल), एक सितंबर (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के विधायक पी.वी.अनवर ने रविवार को उस समय सरकार को असहज स्थिति में डाल दिया जब उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के राजनीतिक सचिव पी शशि और उनके विश्वासपात्र वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एम आर अजित कुमार पर तीखा हमला किया।
कारोबारी पेशे से राजनीति में आए और दो बार के विधायक अनवर ने शशि और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के पद पर कार्यरत अजित कुमार पर मुख्यमंत्री से विश्वासघात करने और अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
नीलांबुर से विधायक अनवर ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार और पत्तनमथिट्टा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुजीत दास सहित कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उनमें से कई ‘राष्ट्र-विरोधी और असामाजिक गतिविधियों’ में संलिप्त हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘शशि और अजित कुमार ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री ने विश्वास के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। यहां मुद्दा यह है कि क्या उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियां ईमानदारी से निभाई जा रही हैं।’’
अनवर ने अजित कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)के वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्रियों, नेताओं और पत्रकारों की फोन बातचीत को टैप कराया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी का सोना तस्करी गिरोह से करीबी संबंध है और वह कई अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त हैं।
विधायक ने दावा किया कि अजित कुमार और सुजीत दास जैसे अधिकारी अपनी अवैध और आपराधिक गतिविधियों के कारण निश्चित रूप से सलाखों के पीछे पहुंचेंगे।
अनवर ने चिंता जताई कि मुख्यमंत्री विजयन और उनकी सरकार को ऐसे अधिकारियों के कार्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास 29 विभागों का कार्यभार है और उन्होंने अधिकारियों को इनकी जिम्मेदारी सौंपी है।
विधायक ने कहा कि कई गड़बड़ियां हो रही हैं और राजनीतिक सचिव शशि उनका सही विश्लेषण करने तथा मुख्यमंत्री को उनके बारे में जानकारी देने में विफल रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी जान को खतरा है लेकिन इसके बावजूद वह ऐसी अवैध गतिविधियों को उजागर करना जारी रखेंगे।
हालांकि, अनवर के आरोपों पर शशि या अजित की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भाषा धीरज