सिमरनजीत सिंह ने कंगना पर की अपमानजनक टिप्पणी, कंगना ने किया पलटवार
शोभना
- 30 Aug 2024, 12:15 AM
- Updated: 12:15 AM
चंडीगढ़, 29 अगस्त (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने ‘बलात्कार’ का उल्लेख करते हुए बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत पर अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे महिला संगठनों में आक्रोश फैल गया।
कंगना ने मान पर महिलाओं के खिलाफ अपराध की गंभीरता को कमतर करने का आरोप लगाया वही मान ने कुछ घंटों बाद ‘एक्स’ पर लगातार दो पोस्ट किए और अपनी बात पर दृढ़ता से कायम रहे।
मान (79) से हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद रनौत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने करनाल में ‘बलात्कार’ का उल्लेख करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की।
रनौत ने हाल में साक्षात्कार की एक क्लिप पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर देश में मजबूत नेतृत्व न होता तो भारत में भी ‘बांग्लादेश जैसी स्थिति’ उत्पन्न हो सकती थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि निरस्त किये जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे।
रनौत ने मान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि महिलाओं के साथ बलात्कार और हिंसा ‘की जड़ें इस पितृसत्तात्मक राष्ट्र की मानसिकता में इतनी गहरी हैं’ कि इनका इस्तेमाल फिल्म निर्माताओं और राजनीतिक नेताओं का मजाक उड़ाने के लिए भी किया जाता है।
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने भी मान की टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान देना ‘हमारी बेटियों का अपमान है।’
पंजाब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने कहा कि किसानों के विरोध पर रनौत ने जो कहा वह ‘शर्मनाक’ है लेकिन मान की प्रतिक्रिया ‘और भी शर्मनाक’ है।
यह पूछे जाने पर कि क्या आयोग ने दोनों की टिप्पणियों पर संज्ञान लिया है, गिल ने कहा, ‘‘मैं देखूंगी कि हमें क्या कार्रवाई करनी है।’’
पूर्व आईपीएस अधिकारी मान अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए करनाल में थे। हरियाणा में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।
जब विवाद बढ़ा, तो भी मान को अपनी बात से पीछे नहीं हटे।
पंजाब के पूर्व सांसद ने ‘एक्स’ पर कहा कि वह और उनकी पार्टी हमेशा महिलाओं की सुरक्षा के लिए खड़ी है। उन्होंने रनौत पर किसानों के खिलाफ झूठे आरोप लगाने का इल्ज़ाम लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि रनौत को सिखों, किसानों और खेत मजदूरों के बारे में गलत सूचना फैलाने में ‘कोई रोमांच’ मिलता है।
मान ने कहा कि भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर वह चिंतित हैं तो उन्हें अपनी सत्तारूढ़ पार्टी से सवाल करना चाहिए। पूर्व सांसद ने कहा कि आज भारत में महिलाओं की समानता और सुरक्षा पूरी तरह से खतरे में है।
चंडीगढ़ में पंजाब कैबिनेट की बैठक से बाहर निकलते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी भाजपा सांसद पर उनके हालिया साक्षात्कार को लेकर निशाना साधा और कहा कि उन्हें ‘मानसिक उपचार’ की जरूरत है। हालांकि, उस समय रनौत के खिलाफ मान की ‘बलात्कार’ संबंधी विवादास्पद टिप्पणी सार्वजनिक नहीं हुई थी।
आम आदमी पार्टी के नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा और भाजपा अध्यक्ष को कंगना को मानसिक इलाज के लिए किसी अच्छे अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सस्ती लोकप्रियता के लिए वह इस तरह के बयान देती रहती हैं, कभी किसी समुदाय, कभी किसी वर्ग के खिलाफ... लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।’’
चीमा ने कहा कि चूंकि रनौत सांसद हैं, इसलिए लोकसभा अध्यक्ष को भी उनका ‘‘इलाज’’ करवाना चाहिए।
बाद में मान ने अपनी बात पर कायम रहते हुए ‘एक्स’ पर एक और पोस्ट किए और महिलाओं के खिलाफ बलात्कार को ‘संस्थागत हथियार’ के रूप में इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया।
भाषा नोमान