दिल्ली में ट्रक ने फुटपाथ पर सोए पांच लोगों को रौंदा, तीन की मौत
संतोष रंजन
- 26 Aug 2024, 09:31 PM
- Updated: 09:31 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा) उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में सोमवार तड़के एक कैंटर ट्रक ने फुटपाथ पर सो रहे पांच लोगों को कथित तौर पर कुचल दिया जिनमें से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी और कहा कि दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि कथित घटना शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन के पास तरबूज बाजार में सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई। उन्होंने बताया कि ये सभी लोग बेघर थे और फुटपाथ पर सो रहे थे।
एक अधिकारी ने बताया कि एक मालवाहक वाहन सीलमपुर से आयरन ब्रिज की ओर आ रहा था, जो पुल पर बीच में ‘डिवाइडर’ पर चढ़ गया और उसने फुटपाथ पर सो रहे पांच लोगों को कुचल दिया।
दुर्घटना के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया।
अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों को जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया जहां तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। उनमें से एक की पहचान बिहार के कटिहार के मोहम्मद जाकिर (35) के रूप में हुई जो यहां श्रमिक के रूप में काम करता था। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, वह अक्सर उसी फुटपाथ पर सोता था। अन्य दो मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।
अधिकारी ने बताया कि दो घायल मुश्ताक (35) और कमलेश (36) को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया।
पास की झोपड़ी में सो रहे जैनूल ने कहा कि दुर्घटना के तुरंत बाद वह घटनास्थल पर पहुंचा। उसने कहा, ‘‘मैं मौके पर पहुंचा तो मुस्तफा दर्द से जोर-जोर से कराह रहा था। पुलिस आधे घंटे बाद पहुंची और एम्बुलेंस बाद में आई। मैंने घायलों को उठाने और उन्हें अस्पताल ले जाने में पुलिस की मदद की। कोई और मदद के लिए आगे नहीं आया।’’
मृतकों में से एक का जिक्र करते हुए स्थानीय निवासी सनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं उसका नाम नहीं जानता, लेकिन हम उसे बहादुर कहते थे। वह सड़क किनारे किराने का सामान और सिगरेट की दुकान चलाता था।’’
पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय टिर्की ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 (लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना), 125ए (दूसरों की निजी सुरक्षा को खतरे में डालना) और 106 (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि ट्रक चालक को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं और दो अन्य मृतकों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
भाषा संतोष