हरियाणा में नशे की लत बढ़ी, भाजपा सरकार कार्रवाई करने में विफल: कांग्रेस नेता सैलजा
प्रशांत माधव
- 26 Aug 2024, 06:43 PM
- Updated: 06:43 PM
चंडीगढ़, 26 अगस्त (भाषा) कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने सोमवार को कहा कि हरियाणा में युवा नशे की लत के शिकार हो रहे हैं और राज्य के 22 में से 13 जिले इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित हैं।
सिरसा से सांसद ने यह भी कहा कि पंजाब और राजस्थान की सीमा से लगे हरियाणा के इलाकों में मादक द्रव्यों के दुरुपयोग के मामले अधिक हैं।
सैलजा ने एक बयान में आरोप लगाया कि हिसार, सिरसा, भिवानी-महेंद्रगढ़, अंबाला और कुरुक्षेत्र प्रभावित हैं और इसी तरह उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे निर्वाचन क्षेत्रों जैसे करनाल, सोनीपत, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी मादक पदार्थ बड़े पैमाने पर बेचे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक समय दूध और दही के लिए प्रसिद्ध हरियाणा की स्थिति अब भयावह हो गई है।
उन्होंने कहा, “आंकड़े इस स्थिति की पुष्टि करते हैं। राज्य के 22 जिलों में से 13 जिले मादक द्रव्यों के दुरुपयोग से बुरी तरह प्रभावित हैं और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए प्रमुख केंद्र बन गए हैं। सरकार इस मुद्दे पर निष्क्रिय रही, और अगर उन्होंने कार्रवाई की होती, तो मादक पदार्थों के तस्कर इस भूमि पर काम नहीं कर पाते।”
सैलजा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला कदम राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में काम करना होगा। हरियाणा में एक अक्टूबर को चुनाव होने हैं और कांग्रेस की नजर भारतीय जनता पार्टी से सत्ता छीनने पर है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने कहा कि पंजाब को ‘उड़ता पंजाब’ के नाम से जाना जाता था और अब भाजपा सरकार ने बढ़ते नशे के खतरे के कारण हरियाणा को ‘उड़ता हरियाणा’ में बदल दिया है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को बार-बार चेताया, लेकिन नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय सरकार राहगीरी, सरकारी उत्सव और बाइक सफारी जैसे आयोजनों में व्यस्त रही।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “आज सरकार का ‘स्वापक नियंत्रण ब्यूरो’ मानता है कि राज्य के 22 में से 13 जिले गंभीर नशे की गिरफ्त में हैं। हरियाणा और एनसीआर क्षेत्र में विदेशों से मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है।”
सैलजा ने कहा कि सिर्फ 13 जिले ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश नशे का अड्डा बन चुका है और सरकार को हरियाणा के युवाओं की कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने दावा किया, “अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान भाजपा सरकार ने राज्य को मादक पदार्थ, अपराध और बेरोजगारी का केंद्र बना दिया है।”
उन्होंने कहा, “सिरसा में एक के बाद एक युवा नशे की ज्यादा खुराक के कारण मर रहे हैं। सिंथेटिक ड्रग्स अब शहरों के अलावा गांवों तक पहुंच गया है।” उन्होंने कहा कि राज्य में नशा मुक्ति केन्द्रों की स्थिति भी खराब है तथा मनोचिकित्सकों की भी कमी है।
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