झारखंड : भाजयुमो की रैली शुरू, भाजपा ने झामुमो सरकार पर 'आवाज दबाने' का आरोप लगाया
प्रीति मनीषा
- 23 Aug 2024, 03:18 PM
- Updated: 03:18 PM
रांची, 23 अगस्त (भाषा) झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान के बाहर शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था और क्षेत्र में लागू निषेधाज्ञा के बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने झामुमो नीत सरकार के कथित अन्याय के खिलाफ विरोध रैली शुरू की।
भाजयुमो के कार्यकर्ता मोरहाबादी मैदान में एकत्र हुए हैं और यहां भाजपा नेता 'युवा आक्रोश रैली' को संबोधित करेंगे।
रैली के दौरान पुलिसकर्मियों और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो गई। इस रैली का नेतृत्व भाजपा नेता सीपी सिंह कर रहे थे।
भाजयुमो की 'युवा आक्रोश रैली' से पहले प्रशासन ने राजधानी में निषेधाज्ञा लागू कर दी। उन्होंने मोरहाबादी मैदान के पास शुक्रवार को सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक किसी भी प्रदर्शन और सार्वजनिक बैठक पर प्रतिबंध लगा दिया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस कदम को हेमंत सोरेन सरकार द्वारा किए गए 'अन्याय' के खिलाफ भाजयुमो कार्यकर्ताओं की 'आवाज दबाने' का प्रयास करार दिया है। साथ ही भाजपा ने दावा किया कि झारखंड विधानसभा चुनाव में सरकार को बाहर का रास्ता दिखाए जाने में बमुश्किल दो महीने का ही समय बचा है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झामुमो सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह "कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने" का प्रयास कर रही है, जो 'उसके (झामुमो सरकार के) ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।'
जिला प्रशासन ने मोरहाबादी मैदान के परिसर को छोड़कर इसके 500 मीटर के दायरे में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू कर दी है।
निषेधाज्ञा के तहत इस दायरे में सार्वजनिक सभाओं, रैलियों, धरना, प्रदर्शनों और पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि यहां हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और पारंपरिक हथियार जैसे लाठी, भाले, धनुष और तीर ले जाने पर भी प्रतिबंधित है। साथ ही क्षेत्र में लाउडस्पीकर का उपयोग भी वर्जित है।
आदेश में इस बात पर चिंता जाहिर की गई कि कुछ संगठन या दल धरना, प्रदर्शन और रैलियां आयोजित करने की योजना बना रहे हैं और वे मुख्यमंत्री आवास का भी घेराव कर सकते हैं।
आदेश में कहा गया, ''ऐसी गतिविधियों से सरकारी काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है, यातायात प्रभावित हो सकता है, कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है और सार्वजनिक स्थानों पर अशांति फैल सकती है। इसलिए निषेधाज्ञा लागू की गई है।''
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार पर आरोप लगाया कि वह भाजयुमो कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिलों से रांची पहुंचने से रोक रही है और कई बसों को जब्त कर लिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब भाजपा कार्यकर्ता विभिन्न जिलों से रांची आ रहे थे तभी उन्हें रास्ते में बस से उतार दिया गया।
चौहान ने कहा, ''मोरहाबादी मैदान के चारों ओर कंटीले तार की बाड़ लगा दी गई है... रावण का अहंकार भी ज्यादा दिन नहीं चला और अगर आप सोचते हैं कि आप ताकत के बल पर आवाज दबा सकते हैं तो आप सफल नहीं होंगे।''
चौहान ने आरोप लगाया, ''केवल एक डरा हुआ मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) ही इस तरह की हरकतें कर सकता है। वह न तो सरकार चला पा रहे हैं और न ही अपनी पार्टी। हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में राज्य में हत्याओं के 7,812 मामले, बलात्कर के 7,115, अपहरण के 6,937, दंगे के 8,792, लूट के 2,721, डकैती के 485 और अन्य अपराध के 2,73,261 मामले सामने आए हैं। घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन हड़प रहे हैं, हर जगह खुली लूट मची हुई है। जब भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने उनके पांच लाख नौकरियों जैसे चुनावी वादों के बारे में पूछा, तो कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।''
उन्होंने दावा किया कि वर्तमान झामुमो नीत सरकार के अब गिने-चुने दिन रह गए हैं। शिवराज ने कहा, ''जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हमारी आवाज नहीं रोक सकीं तो आप हमारी आवाज कैसे दबा सकते हैं।''
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार ''भाजपा से डरी हुई है क्योंकि वह युवाओं से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।''
भाजपा की झारखंड ईकाई के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने कहा कि जनता ने 'सिंहासन खाली करो' का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा, ''हेमंत सोरेन के लिए संदेश स्पष्ट है कि 'सिंहासन खाली करो, जनता आती है।''
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने कहा, ''रैली के लिए अनुमति नहीं मांगी गई थी। उन्होंने 'सम्मेलन' या बैठक के लिए अनुमति मांगी थी और इसे मंजूरी भी दे दी गई थी। मोरहाबादी मैदान की परिधि से आगे हमने निषेधाज्ञा लागू कर दी है, इसलिए किसी भी रैली की अनुमति नहीं है। हमने पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए हैं। हमने आयोजकों से भी अपील की है कि वे कार्यक्रम को केवल सभा तक ही सीमित रखें।''
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगी थी।
मरांडी ने कहा, ''पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं को यहां पहुंचने से रोकने के लिए झामुमो कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है। लोकतंत्र हमें रैली करने का अधिकार देता है।''
झारखंड में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान किए गए वादों को पूरा करने में कथित रूप से विफल रहने के लिए हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ भाजपा की युवा शाखा के सदस्यों ने प्रदर्शन करने के लिए 'युवा आक्रोश रैली' का आयोजन किया है।
भाषा
प्रीति