नाभा में जेल तोड़ने का मुख्य साजिशकर्ता हांगकांग से प्रत्यर्पित, दिल्ली पहुंचते ही गिरफ्तार
देवेंद्र पवनेश
- 22 Aug 2024, 10:43 PM
- Updated: 10:43 PM
चंडीगढ़/नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) पंजाब में 2016 में नाभा 'जेल ब्रेक' के मुख्य साजिशकर्ता रमनजीत सिंह को बृहस्पतिवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और पंजाब पुलिस द्वारा समन्वित एक अभियान में हांगकांग के अधिकारियों द्वारा प्रत्यर्पित किए जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रमनजीत सिंह उर्फ रोमी इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ का सामना कर रहा था। उन्होंने बताया कि रोमी को पंजाब पुलिस की एक टीम भारत लेकर आई और दिल्ली पहुंचते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि रोमी नाभा जेल तोड़ने (जेल ब्रेक) के मामले में मुख्य साजिशकर्ता था, जिसमें दो आतंकवादियों समेत छह खूंखार अपराधी भाग गये थे।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘सीबीआई के वैश्विक परिचालन केंद्र ने 22 अगस्त को हांगकांग से भारत में रमनजीत सिंह के प्रत्यर्पण के लिए पंजाब पुलिस और इंटरपोल एनसीबी-हांगकांग के साथ समन्वय किया है।’’
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने पंजाब पुलिस के अनुरोध पर 22 मार्च, 2017 को इंटरपोल महासचिवालय से सिंह के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ जारी कराया था।
बयान में कहा गया है, ‘‘इंटरपोल के माध्यम से 2018 में हांगकांग में उसका पता लगाया गया और पंजाब पुलिस को उसके ठिकाने की जानकारी दी गई। इसके बाद पंजाब पुलिस ने प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा और 22 अगस्त को उसे भारत वापस भेज दिया गया।’’
इससे पहले दिन में पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने ‘एक्स’ पर घोषणा की कि नाभा जेल तोड़ने के मुख्य साजिशकर्ता रमनजीत सिंह को भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है।
उन्होंने एक पोस्ट में कहा, ‘‘पंजाब पुलिस के अथक प्रयासों के बाद मुख्य साजिशकर्ता रोमी को आज न्याय के कठघरे में लाने के लिए वापस लाया जा रहा है। वह आईएसआई और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के हरमिंदर सिंह मिंटू और कश्मीर सिंह गलवड्डी समेत अन्य फरार कैदियों के संपर्क में था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गैंगस्टर रोधी कार्यबल (एजीटीएफ) पंजाब रोमी को वापस लाने के लिए रवाना हो गया है। हम इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए हांगकांग के अधिकारियों, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अन्य सभी केंद्रीय एजेंसियों को धन्यवाद देते हैं।’’
बठिंडा के बंगी रुलदू गांव के निवासी सिंह के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्यवाही 2018 में शुरू की गई थी।
पंजाब पुलिस के सहायक महानिरीक्षक एच एस विर्क और पुलिस उपाधीक्षक बिक्रमजीत सिंह बराड़ रोमी (35) के साथ विमान में थे।
सोलह अपराधियों ने 27 नवंबर, 2016 को जेल पर हमला किया था। उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिससे छह वांछित अपराधी भागने में सफल हो गए थे। इन अपराधियों में हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गौंडर, नीता देओल, गुरप्रीत सेखों, अमन धोतियां और आतंकवादी हरमिंदर मिंटू और कश्मीर सिंह गलवड्डी शामिल थे।
जनवरी 2018 में राजस्थान में पुलिस मुठभेड़ में गौंडर मारा गया, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
रोमी को जून 2016 में हथियार बरामदगी और फर्जी क्रेडिट कार्ड मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अगस्त 2016 में उसे जमानत मिल गई और वह हांगकांग भाग गया।
फरवरी 2018 में हांगकांग में एक डकैती में शामिल होने के आरोप के बाद उसे वहां हिरासत में लिया गया था।
पंजाब पुलिस की एक टीम जून, 2018 में हांगकांग गई और उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार कराया। तब से वह वहां न्यायिक हिरासत में था।
भाषा
देवेंद्र