किरण चौधरी ने हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दिया, भाजपा रास चुनाव में बना सकती है प्रत्याशी
गोला अविनाश
- 20 Aug 2024, 02:57 PM
- Updated: 02:57 PM
चंडीगढ़, 20 अगस्त (भाषा) हरियाणा की विधायक किरण चौधरी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें भाजपा द्वारा राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है।
करीब दो माह पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुईं चौधरी ने मंगलवार को फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने विधानसभा सदस्य (विधायक) के तौर पर इस्तीफा दे दिया है।’’
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
हरियाणा की पूर्व मंत्री और तोशाम से विधायक चौधरी (69) जून में अपनी बेटी श्रुति और अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गयी थीं।
नौ राज्यों में राज्यसभा की 12 रिक्त सीटों के लिए चुनाव तीन सितंबर को होगा। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पैदा हुई है।
इस सीट के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन बुधवार है।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा राज्यसभा चुनाव के लिए चौधरी को हरियाणा में उम्मीदवार बना सकती है।
विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या को देखते हुए पार्टी की इस सीट से जीत तय मानी जा रही है।
नामांकन पत्रों की छंटनी 22 अगस्त को होगी जबकि उम्मीदवार 27 अगस्त तक नामांकन वापस ले सकते हैं।
अगर आवश्यकता पड़ी तो हरियाणा विधानसभा सचिवालय में तीन सितंबर को सुबह नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक मतदान कराया जाएगा।
किरण चौधरी के इस्तीफे के बाद 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या 41 हो गयी जबकि कांग्रेस के 28 और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के 10 सदस्य हैं। विधानसभा में पांच निर्दलीय विधायक हैं तथा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के एक-एक सदस्य हैं और चार सीटें रिक्त हैं।
भाजपा के पास निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत और एचएलपी विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन है।
चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से उन्हें सदन से अयोग्य करार देने का अनुरोध किया था लेकिन ‘‘तकनीकी आधार’’ पर उसके अनुरोध को खारिज कर दिया गया।
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी नहीं उतारेगी क्योंकि उसके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है।
हालांकि, जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने हाल में हुड्डा से कहा था कि कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए। उसके बाद विपक्ष के नेता ने कहा था कि पूर्व उपमुख्यमंत्री पहले यह देखें कि उनके साथ कितने विधायक हैं।
जजपा विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा और जोगी राम सिहाग ने लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन किया था।
चौटाला ने कहा था कि अगर हुड्डा की भाजपा से मिलीभगत नहीं है तो उनकी पार्टी को राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए।
जजपा नेता ने कहा था, ‘‘हमने पहले ही वादा किया है कि हम भाजपा के खिलाफ वोट करेंगे।’’
भाषा
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