ईस्ट बंगाल, मोहन बागान के समर्थकों ने कोलकाता की घटना को लेकर साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया
जोहेब सुभाष
- 18 Aug 2024, 07:37 PM
- Updated: 07:37 PM
कोलकाता, 18 अगस्त (भाषा) चिर प्रतिद्वंद्वी फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थक रविवार शाम कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम के पास एकत्र हुए और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार व हत्या की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
इन दो प्रमुख भारतीय फुटबॉल क्लब के बीच डूरंड कप मैच, कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंताओं के बीच रद्द कर दिए जाने के बावजूद इनके समर्थक स्टेडियम के बाहर एकत्र हुए।
दोनों क्लब के समर्थक एक-दूसरे के झंडे थामे हुए थे। उन्होंने पीड़िता के परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए। पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी स्थिति पर नजर रखे हुए थी।
एक अन्य प्रमुख फुटबॉल क्लब मोहम्मडन एससी के समर्थक भी कुछ देर बाद विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए।
विरोध प्रदर्शन ईएम बाईपास तक फैलने पर यातायात अवरुद्ध हो गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों में से कुछ को हिरासत में ले लिया।
हालांकि, पुलिस शुरू में भीड़ को हटाने में कुछ हद तक सफल रही, लेकिन कुछ समय बाद प्रदर्शनकारी कम संख्या में फिर से इकट्ठा हो गए और नारे लगाने लगे।
मोहन बागान के समर्थक बिट्टू सेनापति ने कहा, "हम उस बहन के लिए न्याय चाहते हैं, जिसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और हत्या कर दी गई। हम मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन एससी के प्रशंसक यहां शांतिपूर्ण तरीके से एकत्र हुए हैं। इतने सारे पुलिसकर्मी क्यों तैनात किए गए हैं? मैच क्यों रद्द करना पड़ा? क्या हमें पीड़िता के लिए न्याय मांगने का हक नहीं है।"
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह खुफिया जानकारी मिली थी कि मैच के दौरान हिंसा भड़काने की कोशिश की जाएगी, जिसके कारण मैच रद्द कर दिया गया।
उन्होंने कहा, "हमें विशेष जानकारी मिली थी कि कुछ समूह और संगठन स्टेडियम में अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे।"
उन्होंने कहा कि मैच देखने के लिए 63,000 दर्शकों के आने की उम्मीद थी।
उन्होंने कहा, "फुटबॉल प्रेमियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने आज का मैच रद्द करने का निर्णय लिया।"
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ड्यूटी के दौरान स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। 15 अगस्त की सुबह, जब इस जघन्य घटना के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था, तब भीड़ ने अस्पताल के कई हिस्सों में तोड़फोड़ की थी।
भाषा जोहेब