पाकिस्तान में रेल पटरी पर विस्फोट, जाफर एक्सप्रेस को फिर निशाना बनाया गया
सिम्मी मनीषा
- 17 Nov 2025, 01:58 PM
- Updated: 01:58 PM
कराची, 17 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कई बार निशाना बनाई गई जाफर एक्सप्रेस यात्री ट्रेन एक विस्फोट से बाल-बाल बच गई।
इसका परिचालन सुरक्षा चिंताओं के कारण करीब एक सप्ताह तक निलंबित रहा था और एक दिन पहले ही फिर से इसे शुरू किया गया था।
उग्रवादियों ने रविवार को प्रांत के नसीराबाद इलाके में ट्रेन को निशाना बनाया। कुछ महीने पहले ही इस पर एक घातक उग्रवादी हमला हुआ था जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों ने क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस के रास्ते में रेलवे पटरी पर रखे गए विस्फोटकों में विस्फोट कर दिया।
विस्फोट से पटरी का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन ट्रेन को कोई नुकसान नहीं हुआ।
इस विस्फोट के बाद कुछ घंटों के लिए ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
नसीराबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलाम सरवर ने टेलीफोन पर बातचीत में बताया कि सुरक्षा बल इलाके में पहुंच गए हैं और उन्होंने उग्रवादियों की तलाश शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत भी कर दी गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जाफर एक्सप्रेस अपनी यात्रा के दौरान कई दुर्गम पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरती है और ऐसे कई इलाके हैं जहां उग्रवादी विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं।’’
रेलवे प्राधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से इस महीने की शुरुआत में क्वेटा और पेशावर के बीच नौ से 12 नवंबर तक इस ट्रेन की सेवाओं को निलंबित कर दिया था और बाद में निलंबन की अवधि को दो दिन के लिए बढ़ा दिया था।
पाकिस्तान रेलवे के अनुसार, यह सेवा शनिवार को फिर से शुरू की गई थी।
यह पहली बार नहीं है जब विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस पर हमला किया है। इस साल इसकी सेवा कई बार प्रभावित हो चुकी है।
सबसे विनाशकारी हमला 11 मार्च को हुआ था, जब प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया था जिसके बाद पहाड़ी इलाके में दो दिन तक गतिरोध बना रहा था। उस समय ट्रेन में 380 यात्री सवार थे और 26 लोगों की जान चली गई थी। बाद में सुरक्षा बलों ने लगभग 354 यात्रियों को बचा लिया था तथा 33 अग्रवादी मारे गए थे।
अक्टूबर में सिंध प्रांत में रेलवे पटरी पर हुए एक विस्फोट में कई लोग घायल हो गए थे। इस विस्फोट के कारण ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
सरवर ने कहा कि केवल इस वर्ष कम से कम पांच घटनाएं हुईं जिनमें उग्रवादियों ने रेलगाड़ी की पटरियों पर विस्फोटकों से विस्फोट किया तथा एक घटना में तो रेलगाड़ी पर रॉकेट भी दागे गए।
भाषा
सिम्मी