मप्र के मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव के दौरान पचमढ़ी में राहुल गांधी की जंगल सफारी पर कसा तंज
हर्ष शोभना
- 13 Nov 2025, 10:10 PM
- Updated: 10:10 PM
देवास/ इंदौर, 13 नवंबर (भाषा) बिहार के चुनावी नतीजे से पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि जिस वक्त बिहार में विधानसभा चुनाव चल रहा था, तब गांधी मशहूर पर्यटन स्थल पचमढ़ी में छुट्टी मना रहे थे।
यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का भरोसा भी जताया।
बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में छह और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करने मध्यप्रदेश के पचमढ़ी पहुंचे गांधी ने नौ नवंबर को जंगल सफारी का लुत्फ भी उठाया था।
मुख्यमंत्री यादव ने देवास में एक समारोह के दौरान कहा,‘‘कांग्रेस के लोग और उनके नेता (राहुल गांधी) एक जैसे हैं। बिहार में चुनाव चल रहा था और वह (राहुल गांधी) सब छोड़कर पचमढ़ी में छुट्टी मना रहे थे। उनकी समझ ऐसी ही है। वह आलू से सोना बनाते हैं।’’
उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से काव्यात्मक अंदाज में कहा,‘‘बिहार में बहार है, फिर एनडीए सरकार है।’’
बिहार में राजग के चुनावी खेमे में जनता दल-यूनाइटेड (जदयू), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने देवास के समारोह में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए दावा किया कि इस पार्टी ने किसानों का कभी भला नहीं किया।
यादव ने कहा,‘‘कांग्रेस नेता खुद की दुनिया में डूबे रहते हैं। वे हवा में रहते हैं और मैदान में नहीं आते हैं। वे केवल सोशल मीडिया के खाते चला-चलाकर खुश हो जाते हैं। इसलिए वे 20 साल से सूबे की सत्ता से बाहर हैं। अगर उनके यही हाल रहे, तो वे अगले 50 साल तक भी सत्ता से बाहर रहने वाले हैं।’’
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने राज्य के 1.33 लाख किसानों के खातों में सोयाबीन भावांतर योजना की 233 करोड़ रुपये की राशि भेजी और कहा कि राज्य सरकार अन्नदाताओं को उनकी उपज का सही मोल दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
यादव ने देवास के पुलिस ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह के दौरान सांकेतिक रूप से रिमोट का बटन दबाकर यह राशि अंतरित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की ‘सोयाबीन प्रदेश’ की पहचान किसानों की मेहनत से बनी है।
उन्होंने कहा,‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार और राज्य सरकार की भावना है कि किसानों को उनकी फसलों का सही दाम मिलना चाहिए। इसलिए हमने देश भर में पहली बार किसानों के लिए भावांतर योजना पेश की है।’’
अधिकारियों ने बताया कि मंडियों में व्यापारियों द्वारा किसानों के सोयाबीन की खरीद केंद्र के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमतों पर किए जाने की स्थिति में इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार के खजाने से दोनों मूल्यों के अंतर का भुगतान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री यादव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं को सोयाबीन भावांतर योजना और लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों को सरकारी खजाने से दी जा रही मदद हजम नहीं हो रही है और वे राज्य सरकार से अनर्गल सवाल पूछ रहे हैं।
यादव ने समारोह के दौरान देवास में 180 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत वाले विकास कार्यों की नींव भी रखी।
भाषा हर्ष