केंद्र सरकार पीपीपी मॉडल के तहत देशभर में 100 सैनिक स्कूल स्थापित करेगी: शाह
देवेंद्र पवनेश
- 13 Nov 2025, 09:57 PM
- Updated: 09:57 PM
बोरियावी (गुजरात), 13 नवंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत देशभर में 100 सैनिक स्कूल स्थापित करने का फैसला किया है।
श्री मोतीभाई आर चौधरी सागर सैनिक स्कूल (एमआरसीएसएसएस) और ‘सागर ऑर्गेनिक प्लांट’ के उद्घाटन समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि ये स्कूल गुजरात के कई जिलों के बच्चों के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने का मार्ग खोलेंगे।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री मोतीभाई आर चौधरी सागर सैनिक स्कूल (एमआरसीएसएसएस) का निर्माण 50 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और यह स्मार्ट कक्षाओं, छात्रावासों, पुस्तकालय और कैंटीन जैसी सुविधाओं से सुसज्जित है।
विज्ञप्ति में शाह के हवाले से कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र ने पीपीपी मॉडल के तहत देशभर में 100 नये सैनिक स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। इनमें से मोतीभाई चौधरी सैनिक स्कूल निश्चित रूप से मेहसाणा के लिए गौरव का प्रतीक बनेगा।’’
उन्होंने कहा कि अमूल ब्रांड के तहत विश्वसनीय जैविक उत्पादों की देश और दुनियाभर में पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ‘सागर ऑर्गेनिक प्लांट’ बहुत महत्वपूर्ण है और जैविक खेती में लगे सभी किसानों को उचित लाभ मिलता है।
शाह ने कहा, ‘‘लगभग 30 मीट्रिक टन की दैनिक क्षमता वाला यह संयंत्र राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (एनपीओपी) और कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) के तहत प्रमाणित है। एपीईडीए प्रमाणन के कारण, उत्तरी गुजरात में प्राकृतिक खेती में लगे किसानों को बहुत लाभ होगा क्योंकि उनकी उपज वैश्विक बाजारों तक पहुंच सकेगी।’’
केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस जैविक संयंत्र के विस्तार से न केवल देशभर के नागरिकों के स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि जैविक खेती से जुड़े किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
उन्होंने जैविक खेती में लगे सभी किसानों और उनके परिवारों से स्वस्थ रहने के लिए जैविक उत्पादों का उपयोग करने का आग्रह किया।
शाह ने कहा, ‘‘1960 में दूधसागर डेयरी प्रतिदिन 3,300 लीटर दूध एकत्र करती थी, जो अब बढ़कर 35 लाख लीटर प्रतिदिन हो गई है। यह डेयरी गुजरात के 1,250 गांवों के पशुपालकों और राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के 10 लाख से अधिक दूध उत्पादन समूहों से जुड़ी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसका कारोबार 8,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। आठ आधुनिक डेयरियों, दो दूध शीतलन केंद्रों, दो पशु चारा संयंत्रों और एक सीमेंट उत्पादन इकाई के साथ, दूधसागर डेयरी आज गुजरात की श्वेत क्रांति में एक प्रमुख भूमिका निभा रही है।’’
शाह ने कहा कि इस डेयरी की चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गई हैं, जिनमें देशभर में 75,000 नयी प्राथमिक डेयरी सहकारी समितियों का गठन भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि अमूल का 70 प्रतिशत कारोबार महिलाओं के योगदान से आता है।
शाह ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कहा, ‘‘इस साल गुजरात में बेमौसम भारी बारिश हुई। प्रभावित किसानों की मदद के लिए भूपेंद्र पटेल सरकार ने एक बहुत ही उदार राहत पैकेज की घोषणा की है। गुजरात सरकार ने संकल्प लिया है कि वह किसानों की मदद करने से पीछे नहीं हटेगी।’’
भाषा
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