अमेरिका ने आसियान से दक्षिण चीन सागर में चीन का दृढ़ता से मुकाबला करने का आग्रह किया
एपी पारुल माधव
- 01 Nov 2025, 06:36 PM
- Updated: 06:36 PM
कुआलालंपुर, एक नवंबर (एपी) अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने शनिवार को दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से आग्रह किया कि वे दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती “आक्रामकता” का दृढ़ता से मुकाबला करें और अपने समुद्री बलों को और मजबूत बनाएं।
मलेशिया में दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) के अपने समकक्षों के साथ बैठक में हेगसेथ ने विवादित जल क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता पर अमेरिका की चिंता दोहराई। उन्होंने जहाजों को टक्कर मारे जाने और उन पर पानी की बौछारों का इस्तेमाल किए जाने जैसी घटनाओं का हवाला दिया।
दक्षिण चीन सागर एशिया के सबसे विवादित क्षेत्रों में से एक है। बीजिंग लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा जताता है, जबकि आसियान के सदस्य देश-फिलीपीन, वियतनाम, मलेशिया और ब्रुनेई भी इसके कुछ तटीय क्षेत्रों एवं स्थलों को अपना बताते हैं। अमेरिका के प्रमुख सहयोगी फिलीपीन का क्षेत्र में चीन के समुद्री बेड़े के साथ अक्सर टकराव होता है।
फिलीपीन दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के खिलाफ कड़ी क्षेत्रीय प्रतिक्रिया का लगातार आह्वान करता आया है, लेकिन आसियान ने पारंपरिक रूप से क्षेत्र के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार चीन के साथ आर्थिक संबंधों के मद्देनजर इससे परहेज किया है।
हेगसेथ ने स्कारबोरो शोल को “संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्र” घोषित करने के चीन के हालिया कदम की आलोचना की, जिसका नियंत्रण बीजिंग ने 2012 में फिलीपीन से बलपूर्वक अपने हाथों में ले लिया था।
उन्होंने स्कारबोरो शोल में चीन की गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा, “आप संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्रों में ढांचे नहीं बनाते हैं। यह आप पर नये और विस्तारित क्षेत्रीय एवं समुद्री दावे थोपने का एक और प्रयास है।”
हेगसेथ ने कहा कि चीन की भड़काऊ कार्रवाइयों ने क्षेत्र में क्षेत्रीय संप्रभुता को चुनौती दी है और उसे खतरा पहुंचाया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वाशिंगटन बीजिंग के साथ लगातार बातचीत को महत्व देता है और कहा कि अमेरिका चीन के व्यवहार पर कड़ी नजर रखेगा।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, “दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के व्यापक क्षेत्रीय और समुद्री दावे विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की उसकी प्रतिबद्धताओं के विपरीत हैं।” उन्होंने कहा, “हम शांति चाहते हैं। हम संघर्ष नहीं चाहते। लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि चीन आप पर या किसी और पर हावी होने की कोशिश न करे।”
हेगसेथ ने आसियान से आग्रह किया कि वह समुद्र में व्यवहार को नियंत्रित करने वाली आचार संहिता तैयार करने के लिए चीन के साथ बातचीत को जल्द उसके अंजाम तक ले जाए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही समूह को अपनी सैन्य क्षमता को भी मजबूत करना चाहिए, जिसमें उकसावे को रोकने के लिए संयुक्त निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया उपकरण शामिल हैं।
हेगसेथ ने “साझा समुद्री क्षेत्र जागरूकता तंत्र” के विकास का प्रस्ताव रखा, जो समूह के किसी एक राष्ट्र के खतरे में पड़ने पर सभी सदस्यों को सचेत करेगा। उन्होंने कहा, “इससे यह सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी कि जो भी सदस्य आक्रामकता और उकसावे भरी कार्रवाइयों का सामना कर रहा है, वह अकेला नहीं है।”
एपी पारुल