बिहार में कांग्रेस, राजद को मिलेगी करारी हार : भाजपा का दावा
पारुल अविनाश
- 18 Sep 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
रांची, 18 सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बृहस्पतिवार को यहां दावा किया कि बिहार में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ेगा, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) भारी बहुमत के साथ सत्ता में बरकरार रहेगा।
सिंह ने रांची में झारखंड भाजपा के मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अगले 25-30 वर्षों में पूरे देश में कहीं भी दिखाई नहीं देगी।”
उन्होंने कहा, “बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा। चूंकि, राजद कांग्रेस के साथ है, इसलिए उसे भी हार का सामना करना पड़ेगा। राजग बिहार में भारी बहुमत से फिर से सरकार बनाएगा।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर संवैधानिक संस्थाओं पर हमला करने का आरोप लगाते हुए सिंह ने दावा किया कि हाल-फिलहाल में हुए हर चुनाव में लोगों ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अगले 25-30 वर्षों में पूरे देश में कहीं भी दिखाई नहीं देगी। राहुल पिछले कुछ वर्षों से संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं। देश की जनता समझ गई है कि वह सिर्फ झूठ बोलते हैं।”
भाजपा नेता ने झारखंड में झामुमो नीत गठबंधन सरकार पर “भू एवं पत्थर माफिया और आतंकवादी समूहों से संबंध रखने वाले लोगों को बढ़ावा देकर” राज्य को “जंगल राज” में तब्दील करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “झारखंड में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। रेत माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सूर्या हांसदा जैसे सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। भाजपा अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी।”
विधानसभा चुनाव लड़ चुके और कई आपराधिक मामलों में वांछित हांसदा को 10 अगस्त को देवघर के नवाडीह गांव से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस जब हांसदा को छिपाए गए हथियार बरामद करने के लिए राहदबदिया की पहाड़ियों पर ले जा रही थी, तब उन्होंने कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली थी और पुलिस टीम पर गोलीबारी कर दी थी, जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हांसदा की मौत हो गई।
राज्यसभा सदस्य सिंह ने आरोप लगाया कि झारखंड में विकास कार्य ठप हो गए हैं, जबकि नक्सलवाद जैसी समस्याएं फिर से बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा, “वे (झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राजद गठबंधन) चुनाव जीत गए, लेकिन जनता ने उन्हें लूटने का अधिकार नहीं दिया है। उन्होंने राज्य के विकास और बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए वोट दिया है।”
सिंह ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राज्य में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध रखने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, “सरकार को ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए, जो देशद्रोही हैं और देश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उसे इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
भाषा पारुल