पूर्व हुर्रियत प्रमुख के घर पर महबूबा और सज्जाद लोन को जाने से रोकना सही नहीं है: उमर अब्दुल्ला
राजकुमार नरेश
- 18 Sep 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
(फाइल फोटो के साथ)
श्रीनगर, 18 सितंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल गनी भट के घर जाने से कथित तौर पर रोकने को लेकर उपराज्यपाल प्रशासन की आलोचना की।
लंबी बीमारी के बाद बुधवार शाम को भट का सोपोर में अपने आवास पर देहावसान हो गया।
महबूबा और लोन ने दावा किया कि उन्हें नज़रबंद कर दिया गया है और सोपोर में भट के घर जाने पर रोक लगा दी गई है।
अब्दुल्ला ने गुलमर्ग में पत्रकारों से कहा, ‘‘वे वहां शोक व्यक्त करने जा रहे थे। क्या कश्मीर में सुरक्षा बल को इतनी चिंता हो रही है कि वे हमें शोक व्यक्त करने की अनुमति नहीं देंगे?’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ़ हम कहते हैं कि सब कुछ ठीक है, हालात बहुत अच्छे हैं और एक नया जम्मू-कश्मीर बन गया है, लेकिन हमें अपने ही लोगों पर भरोसा नहीं है। अगर मुफ्ती या लोन वहां गए होते तो क्या होता? इससे कोई बवाल नहीं मचता, वे वहां जाकर संवेदनाएं व्यक्त करते, प्रार्थना करते, भट के परिवार से कुछ बातें करते और लौट जाते।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह जम्मू-कश्मीर के लिए सही बात नहीं है।’’
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले होने के बाद कई पर्यटन स्थलों के पर्यटकों के लिए बंद रहने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(इन्हें फिर से खोलने के लिए) बहुत पहले ही कदम उठाये जाने चाहिए थे। यह बहुत अजीब है कि एक तरफ हम बाहर जाकर पर्यटकों को यहां लाने की बात करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ सरकार ने कई पर्यटन स्थलों को बंद रखा है।’’
अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक घाटी के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए पूरी तरह से नहीं खुल जाते, तब तक उनकी सरकार द्वारा चलाया जा रहा पर्यटन प्रोत्साहन अभियान कोई फल नहीं देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कहिए कि पर्यटन को बढ़ावा देना बंद कर दें... फिर सरकार हितधारकों को मुआवज़ा दे। वे दुनिया भर में कह रहे हैं कि कश्मीर में सब कुछ सामान्य है। लेकिन यह सामान्य स्थिति का क्या सबूत है? पहलगाम में जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था। लेकिन उसके बाद कदम उठाए गए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उन सभी (पर्यटन) स्थलों को फिर से खोलने का समय आ गया है।
भाषा
राजकुमार