पलानीस्वामी को चेहरा ढकने की कोई जरूरत नहीं थी: भाजपा नेता अन्नामलाई
पारुल नरेश
- 18 Sep 2025, 06:23 PM
- Updated: 06:23 PM
चेन्नई, 18 सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के नेता के अन्नामलाई ने बृहस्पतिवार को उस कथित वीडियो को ज्यादा तवज्जो नहीं दी, जिसमें ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव ई के पलानीस्वामी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास से चेहरा ढककर बाहर निकलते नजर आ रहे हैं।
चेन्नई में संवाददाताओं से मुखातिब अन्नामलाई ने कहा कि पलानीस्वामी को ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी।
भाजपा नेता ने कहा कि (16 सितंबर को दिल्ली में) केंद्रीय गृह मंत्री के साथ पलानीस्वामी की बैठक के बारे में सभी को पता था। उन्होंने कहा कि ऐसे में अन्नाद्रमुक महासचिव को शाह के आवास से बाहर निकलते समय अपना चेहरा ढकने की कोई जरूरत नहीं थी।
अन्नामलाई ने कहा, “जहां तक मेरी राय का सवाल है, मुझे लगता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि उन्होंने आधिकारिक तौर पर गृह मंत्री से मुलाकात की थी।”
हालांकि, वीडियो के सामने आने के बाद अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) प्रमुख टीटीवी दिनाकरन ने पलानीस्वामी पर कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा था, “ईके पलानीस्वामी को अब से ‘मास्क’ वाले पलानीस्वामी के रूप में संबोधित किया जाना चाहिए।”
अन्नामलाई ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मैंने दिनाकरन से फोन पर बात की है। मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही उनसे एक दोस्त की तरह व्यक्तिगत रूप से मिलूंगा और एएमएमके को राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में फिर से शामिल करने का आग्रह करूंगा।”
दिनाकरन को साल 2017 के अंत में अन्नाद्रमुक से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उन्होंने अन्नाद्रमुक के इस साल अप्रैल में राजग का हिस्सा बनने के कुछ महीने बाद भाजपा नीत गठबंधन से अलग होने का फैसला किया था।
अन्नामलाई ने 17 सितंबर को करूर में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के वार्षिक कार्यक्रम ‘मुप्पेरुम विझा’ के आयोजन के लिए राज्य के पूर्व मंत्री वी सेंथिल बालाजी की प्रशंसा किए जाने के लिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता के रूप में स्टालिन ने बालाजी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, लेकिन अब उन्हें लगता है कि वह (बालाजी) एक अच्छे आयोजक हैं।
अन्नामलाई ने कहा, “स्टालिन मिट्टी के घोड़े पर सवार होकर चुनावी नदी की ओर बढ़ रहे हैं। उनका घोड़ा पानी में ही बह जाएगा।”
अभिनेता और नेता विजय के नेतृत्व वाली टीवीके की इस हफ्ते के अंत में होने वाली बैठक के बारे में अन्नामलाई ने कहा कि तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) की जिम्मेदारी है कि वह अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करे और उन्हें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोके।
भाषा पारुल