प्रधानमंत्री मोदी और ईयू अध्यक्ष ने एफटीए को साल के अंत तक अंतिम रूप देने की प्रतिबद्धता दोहराई
पारुल पवनेश
- 17 Sep 2025, 09:23 PM
- Updated: 09:23 PM
नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बुधवार को भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने के लिए दिसंबर तक वार्ता पूरी करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
वॉन डेर लेयेन ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए बुधवार को उनसे फोन पर बातचीत की, जिसमें एफटीए का मुद्दा भी उठा।
बातचीत के दौरान मोदी ने वॉन डेर लेयेन से कहा कि वह भारत के साथ संबंधों के मामले में यूरोपीय संघ की ओर से अपनाए गए नये रणनीतिक एजेंडे की सराहना करते हैं।
नये रणनीतिक एजेंडे का मकसद सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को “गहरा, व्यापक और बेहतर तरीके से समन्वयित” करना है।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “(यूरोपीय आयोग की) अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से बात करके हमेशा खुशी होती है। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। आज भारत के साथ संबंधों के मामले में यूरोपीय संघ की ओर से अपनाए गए ‘नये रणनीतिक एजेंडे’ के बारे में जानकर खुशी हुई।”
उन्होंने लिखा, “नयी दिल्ली भारत-ईयू संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है। यह हमारी साझा प्रतिबद्धता, साझा लक्ष्य और साझा जिम्मेदारी है। हम यूक्रेन संघर्ष के शीघ्र एवं शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
भारत की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने पारस्परिक समृद्धि के लिए भारत-ईयू रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा वैश्विक मुद्दों को संयुक्त रूप से सुलझाने के प्रयासों का स्वागत किया।
बयान के मुताबिक, मोदी और वॉन डेर लेयेन ने भारत-ईयू एफटीए को अंतिम रूप देने के लिए संबंधित वार्ता को इस साल के अंत तक पूरी कर लेने की प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों पक्षों के बीच मुक्त व्यापार समझौते के लिए 13वें दौर की वार्ता पिछले हफ्ते नयी दिल्ली में हुई थी।
ईयू भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है, जिसके साथ वित्तीय वर्ष 2023-24 में 135 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार दर्ज किया गया था।
दोनों पक्षों ने पहले ही 11 पहलुओं पर बातचीत पूरी कर ली है, जिनमें सीमा शुल्क और व्यापार सुविधा, विवाद निपटान, डिजिटल व्यापार, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, लघु एवं मध्यम उद्यम, प्रतिस्पर्धा और सब्सिडी एवं पूंजी प्रवाह शामिल हैं।
वहीं, स्रोत और बाजार तक पहुंच के नियम सहित कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत अभी पूरी नहीं हो पाई है।
बयान में कहा गया है, “दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत यूक्रेन संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।”
इसमें कहा गया है, “प्रधानमंत्री मोदी ने वॉन डेर लेयेन को अगले साल भारत में होने वाले भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए फिर से आमंत्रित किया।”
भाषा पारुल