मुख्यमंत्री मान ने ‘चढ़दी कला’ अभियान की शुरुआत की, पंजाब के पुनर्निर्माण के लिए मदद मांगी
पारुल पवनेश
- 17 Sep 2025, 04:41 PM
- Updated: 04:41 PM
चंडीगढ़, 17 सिंतबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को ‘चढ़दी कला’ अभियान की शुरुआत की और देशभर के लोगों से विनाशकारी बाढ़ के कारण भारी नुकसान का सामना कर रहे पंजाब के पुनर्निर्माण में सहायता की अपील की।
मान ने एक वीडियो संदेश में राज्य में 1988 के बाद आई सबसे भीषण बाढ़ से हुए भारी विनाश का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “लगभग 2,300 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए, करीब सात लाख लोग बेघर हो गए और 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण 3,200 स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए, 56 लोगों की जान चली गई और लगभग 8,500 किलोमीटर लंबी सड़कें एवं 2,500 पुल नष्ट हो गए। उन्होंने कहा कि बाढ़ से 1,400 क्लीनिक, सरकारी इमारतों और 19 कॉलेज को भी भारी नुकसान पहुंचा।
मान ने कहा कि शुरुआती अनुमानों के अनुसार राज्य में बाढ़ से कुल 13,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, “बाढ़ का पानी उतरने और गिरदावरी (नुकसान का आकलन) के बाद नुकसान का आंकड़ा बढ़ने की बात सामने आ सकती है।”
मान ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब हमेशा संकट से पार पाने में सफल रहा है। उन्होंने कहा, “पंजाब चुनौतियों के खिलाफ मजबूती से खड़ा होता है, मुकाबला करता है और मजबूत होकर उभरता है।”
मुख्यमंत्री ने उन स्थानीय युवाओं की बहादुरी की प्रशंसा की, जिन्होंने बाढ़ के दौरान दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। उन्होंने गुरुद्वारों, मंदिरों और अन्य धार्मिक संस्थानों के मानवीय प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने प्रभावित लोगों को शरण दी।
मान ने कहा, “अब समय आ गया है कि शुरुआती राहत प्रयासों से आगे बढ़ा जाए। हम ‘चढ़दी कला’ अभियान शुरू कर रहे हैं, जो हमारे सबसे कठिन समय में भी अडिग भावना के साथ डटे रहने का प्रतीक है।”
उन्होंने पंजाब के लोगों, देशभर के नागरिकों, उद्योगपतियों, धर्मार्थ संस्थानों, कलाकारों और पुनर्वास प्रयासों में योगदान देने के इच्छुक अन्य सभी लोगों से पंजाब की मदद करने की अपील की।
मान ने कहा, “मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि दान की गई हर एक पाई का इस्तेमाल पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि अभियान के बारे में अधिक जानकारी ‘रंगला डॉट पंजाब डॉट गव डॉट इन’ पोर्टल से हासिल की जा सकती है।
भाषा पारुल