त्यौहारों से पहले दुरुस्त की जाएं सभी सड़कें : योगी आदित्यनाथ
सलीम अमित
- 16 Sep 2025, 11:55 PM
- Updated: 11:55 PM
लखनऊ, 16 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश की वजह से खराब हुईं सड़कों की मरम्मत और जरूरत के मुताबिक उनके पुनर्निर्माण के लिए जारी कार्यवाही में तेजी जाने के निर्देश देते हुए मंगलवार को कहा कि त्यौहारों से पहले राज्य की सभी सड़कों को दुरुस्त किया जाए।
राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के साथ महत्वपूर्ण बैठक में सड़कों की मरम्मत और गड्ढामुक्ति अभियान की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली और छठ जैसे आगामी प्रमुख पर्वों से पहले राजमार्ग हों या एक्सप्रेस-वे, ग्रामीण सड़कें हों या नगरीय क्षेत्र की सड़कें, सभी महत्वपूर्ण मार्ग पूरी तरह अच्छी स्थिति में होने चाहिए ताकि आमजन को असुविधा न हो।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि गड्ढा मुक्ति अभियान की कार्ययोजना के बारे में बताया कि प्रदेश में चार लाख 32 हजार 989 किलोमीटर की कुल छह लाख 78 हजार 301 सड़कों में से 44 हजार 196 किलोमीटर को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस दिशा में औसतन 21.67 प्रतिशत प्रगति दर्ज हुई है।
मुख्यमंत्री ने एनएचएआई, मंडी परिषद, लोक निर्माण विभाग, ग्राम विकास, पंचायती राज, नगर विकास, सिंचाई, गन्ना एवं चीनी विकास सहित विभिन्न विभागों से अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि सभी विभाग समान गति से लक्ष्य को हासिल करें। उन्होंने कहा कि साथ ही कमजोर प्रगति वाले विभाग और बेहतर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सड़कों की मरम्मत में तेजी की अपेक्षा जताई।
नगर विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगमों में अवस्थापना से जुड़े कार्यों की धनराशि का समय से सही उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य का आवंटन पारदर्शिता के साथ हो और कार्यों में बेवजह की देर न हो, वरना, महापौरों के अधिकारों पर पुनर्विचार किया जाएगा।
सड़क नवीनीकरण कार्यों की समीक्षा करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि नवीनीकरण कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करना सभी विभागों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के विकास की रूपरेखा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में ज्यादातर राजमार्ग और एक्सप्रेसवे पूर्व-पश्चिम दिशा में केंद्रित हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में अब जरूरत है कि नेपाल सीमा से लेकर प्रदेश के दक्षिणी छोर तक फैले जिलों को जोड़ने वाला एक सुदृढ़ उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर तैयार किया जाए।
आदित्यनाथ ने कहा कि इस उद्देश्य से राष्ट्रीय राजमार्गों के तहत आने वाले हिस्सों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का सहयोग लिया जाए और शेष मार्गों का निर्माण, सुदृढ़ीकरण तथा चौड़ीकरण राज्य स्तर पर कराया जाए।
भाषा सलीम