रुपया सात पैसे मजबूत होकर 88.09 प्रति डॉलर पर बंद
राजेश राजेश रमण
- 16 Sep 2025, 09:28 PM
- Updated: 09:28 PM
मुंबई, 16 सितंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले सात पैसे मजबूत होकर 88.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। प्रस्तावित व्यापार समझौते पर अमेरिका-भारत के बीच बातचीत का रुपये पर सकारात्मक असर पड़ा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और कमजोर डॉलर के कारण रुपये में मजबूती आई। अमेरिकी डॉलर फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक और निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों से पहले दो महीने के निचले स्तर पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.05 के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान 88.16 के निचले और 88.01 के उच्च स्तर तक गया। कारोबार के अंत में यह 88.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से सात पैसे अधिक है।
सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 88.16 पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘रुपये में लगातार तीसरे दिन मजबूती रही। इसका कारण डॉलर सूचकांक ढाई महीने के निचले स्तर पर आ गया। डॉलर में यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की वजह से है।’’
परमार ने कहा, ‘‘अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद के साथ घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से भी रुपये को समर्थन मिला।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत टूटकर 97.04 पर आ गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 594.95 अंक चढ़कर 82,380.69 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 169.90 अंक बढ़कर 25,239.10 अंक पर पहुंच गया।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (मुद्रा एवं जिंस) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिका के निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों और कमजोर श्रम बाजार के बीच अमेरिकी डॉलर में व्यापक कमजोरी के कारण हमारा मानना है कि रुपया मजबूत बना रहेगा। मौजूदा हालात में फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘इस सप्ताह एफओएमसी बैठक के फैसले से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। डॉलर/रुपये की हाजिर कीमत 87.75 से 88.30 के बीच रहने की संभावना है।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 308.32 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध लिवाली की।
भारत और अमेरिका के मुख्य वार्ताकारों ने निर्यातकों के लिए अनिश्चितता पैदा करने वाले भारी शुल्कों के मद्देनजर मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रस्तावित व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू कर दी है।
भाषा राजेश राजेश