उत्तर प्रदेश में एक ही घर में हैं 4,271 मतदाता पंजीकृत: आप सांसद संजय सिंह
किशोर आनन्द राजकुमार
- 16 Sep 2025, 07:46 PM
- Updated: 07:46 PM
लखनऊ, 16 सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए दावा किया कि अकेले महोबा जिले में ही एक ही घर में 4,271 मतदाता पंजीकृत पाए गए हैं।
आप सांसद ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘कल मैंने आपको महोबा के दो घरों के बारे में बताया था जहां 243 और 185 वोट पाए गए, जो चौंकाने वाला था। आज, मुझे एक और मामला मिला है जहां एक ही घर में 4,271 मतदाता पंजीकृत हैं। अगर एक घर में 4,271 वोट हैं तो उस परिवार में लगभग 12,000 सदस्य होने चाहिए। किसी को तो इतना बड़ा परिवार ढूंढना ही होगा।’’
सिंह ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा और निर्वाचन आयोग की मिलीभगत से ‘‘वोट चोरी’’ शुरू हो गई है।
उन्होंने तंज कसा, ‘‘इस घर के मालिक से मेरा कहना है कि अगर वह अकेले ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ें, तो भी वह जीत जाएंगे। किसी और को वोट देने की जरूरत नहीं है।’’
सिंह ने दावा किया कि जिस गांव में यह घर है, वहां कुल मिलाकर लगभग 16,000 मतदाता हैं, जिससे यह कथित विसंगति और भी गंभीर हो जाती है।
सिंह ने बिहार के भागलपुर में जमीन आवंटन को लेकर भाजपा-जदयू पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि बिहार सरकार ने उद्योगपति गौतम अडानी के समूह को तीन बिजली संयंत्रों के लिए 1,050 एकड़ ज़मीन 25 साल के लिए एक रुपये प्रति एकड़ की मामूली कीमत पर दी।
सिंह ने आरोप लगाया,‘‘न केवल जमीन एक रुपये में दी गई, बल्कि यह गारंटी भी दी गई कि आप जो भी बिजली पैदा करेंगे, वह अगले 25 साल तक सात रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदी जाएगी। लोगों को बिजली 10 रुपये, 11 रुपये या 12 रुपये में मिले, इससे सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रधानमंत्री के दोस्त को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।’’
सिंह ने कहा,‘‘प्राथमिकता क्रिकेट के नाम पर और इस तरह के बिजली संयंत्र लगाकर पैसा कमाना है। इसलिए मैं कहता रहता हूं कि मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि अडानी के प्रधानमंत्री हैं।’’
आप की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि पार्टी ने मतदाता सूची से जुड़े मुद्दों एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए 20 सितंबर को यहां अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है।
भाषा किशोर आनन्द