श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग को बंद करने से हो रहे नुकसान को नेताओं ने कश्मीर पर आर्थिक हमला बताया
राजकुमार पवनेश
- 16 Sep 2025, 05:27 PM
- Updated: 05:27 PM
श्रीनगर, 16 सितंबर (भाषा) सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत विभिन्न दलों के नेताओं ने बुधवार को फलों के मौसम के दौरान श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद किये जाने की आलोचना करते हुए कहा कि यह जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की एक ‘‘सोची समझी चाल’’ है।
उन्होंने फलों से लदे ट्रकों को देश भर के बाजारों की ओर तत्काल भेजने की मांग की।
भारी बारिश और आकस्मिक बाढ़ के बाद इस महत्वपूर्ण राजमार्ग के बंद होने से कश्मीर के फलों से लदे ट्रक कई दिनों से फंसे हुए हैं। फल उत्पादकों ने नुकसान की आशंका जताई है।
पिछले महीने भारी बारिश के बाद 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार नौ दिनों तक बंद रहा। इसे पिछले हफ्ते फिर से खोला गया, लेकिन केवल हल्के मोटर वाहनों के लिए।
शोपियां में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘यह एक पैटर्न है, कभी घटिया कीटनाशक बेचा जाता है, कभी सस्ते सेब आयात किये जाते हैं और कभी राजमार्ग बंद कर दिए जाते हैं। हमारी बागवानी हमारे सकल घरेलू उत्पाद में 75 प्रतिशत से अधिक का योगदान देती है। यह पर्यटन से सात गुना अधिक योगदान देती है। लेकिन, हमारी बागवानी के खिलाफ युद्ध का एक पैटर्न है।’’
श्रीनगर से लोकसभा सदस्य मेहदी ने कहा कि राजमार्ग यातायात के लिए खोल दिए जाने के बावजूद, ‘‘श्रीनगर से फंसे ट्रकों को जम्मू जाने की अनुमति नहीं दी गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर जम्मू से ट्रकों को श्रीनगर जाने की अनुमति है, तो हमारे फलों से लदे ट्रकों को जाने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है?’’
पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें पिछले कुछ हफ्तों से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण केंद्र शासित प्रदेश के सेब उद्योग के सामने आए "संकट" से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि सिन्हा ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आगे के नुकसान से बचने के लिए राजमार्ग पर ट्रकों की सुचारू आवाजाही शीघ्र ही सुनिश्चित की जायेगी।
आवामी इतिहाद पार्टी (एआईपी) ने कहा कि राजमार्ग की ‘‘नाकाबंदी’’ कश्मीर पर ‘‘आर्थिक हमले से कम नहीं’’ है। एआईपी ने फलों से लदे ट्रकों को तुरंत देशभर के बाजारों की ओर रवाना किए जाने की मांग की।
एआईपी ने यहां प्रेस कॉलोनी में विरोध प्रदर्शन किया और राजमार्ग पर फंसे फलों से लदे ट्रकों को तत्काल रवाना किए जाने की मांग की।
वरिष्ठ माकपा नेता और कुलगाम के विधायक एम वाई तारिगामी ने कहा कि राजमार्ग के ‘‘लंबे समय तक बंद’’ रहने से घाटी में फल उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है और उन्होंने केंद्र से सेब के ट्रकों को देश भर के बाजारों तक भेजने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
भाषा राजकुमार