आरपीएफ कांस्टेबल ने बुर्का पहनने पर मुझे निशाना बनाया: महिला गवाह ने अदालत को बताया
नेत्रपाल माधव
- 15 Sep 2025, 09:28 PM
- Updated: 09:28 PM
मुंबई, 15 सितंबर (भाषा) जुलाई 2023 में चलती ट्रेन में हुई गोलीबारी का दृश्य देखने वाली एक महिला यात्री ने सोमवार को एक स्थानीय अदालत को बताया कि चार लोगों की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या करने के आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल चेतनसिंह चौधरी ने उसे बुर्का पहनने के कारण निशाना बनाया और ‘जय माता दी’ बोलने को कहा।
धार्मिक नारा लगाने के बाद महिला ने चौधरी की राइफल पकड़ ली और उसे अपने से दूर कर दिया।
महिला गवाह (38) अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वाई बी पठान के समक्ष पेश हुई और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के तत्कालीन कांस्टेबल से जुड़ी घटनाओं का क्रम बताया।
चौधरी ने कथित तौर पर 31 जुलाई, 2023 को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अपने वरिष्ठ सहयोगी और सहायक उपनिरीक्षक टीकाराम मीणा तथा तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
आरोपी के साथ अपनी मुठभेड़ का जिक्र करते हुए महिला ने अदालत को बताया कि घटना वाले दिन वह अपने दो बच्चों के साथ यात्रा कर रही थी।
महिला ने बताया कि वह सुबह 5:30 बजे उठी और शौचालय जाने के लिए जूते पहन रही थी कि तभी उसने पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति को ट्रेन के डिब्बे में आते देखा।
उसने महिला पर अपनी राइफल तान दी और हिंदी में कहा कि ‘अगर तुम्हें इस देश में रहना है तो तुम्हें ‘जय माता दी’ कहना होगा।
महिला ने उसकी बात मान ली और धीमी आवाज़ में धार्मिक वाक्य बोला। हालाँकि, आरोपी ने उसे ज़ोर से दोहराने को कहा और धमकी दी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो वह उसे गोली मार देगा।
इस बिंदु पर, महिला ने अपनी ओर तानी गई राइफल को पकड़ लिया, उसे ऊपर उठाया और उस आदमी की पहचान पर सवाल उठाया।
कांस्टेबल ने उसे चेतावनी दी कि राइफल न छुए वरना वह उसे गोली मार देगा। डर के मारे उसने बंदूक छोड़ दी और वह आदमी वहाँ से चला गया।
यह बात अतिरिक्त सरकारी अधिवक्ता सुधीर सपकाले द्वारा पूछताछ के दौरान गवाह ने बताई।
बचाव पक्ष के वकील जयवंत पाटिल द्वारा जिरह के दौरान महिला ने कहा कि वह घटना के बारे में झूठ नहीं बोल रही है और आरोपी ने उसे इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उसने बुर्का पहना हुआ था।
उसने चौधरी की पहचान की, जिसे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश किया गया था।
भाषा नेत्रपाल