केरल विधानसभा में वी.एस. अच्युतानंदन और अन्य पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई
तान्या तान्या संतोष
- 15 Sep 2025, 02:23 PM
- Updated: 02:23 PM
तिरुवनंतपुरम, 15 सितंबर (भाषा) केरल विधानसभा में सोमवार को 15वीं विधानसभा के 14वें सत्र की शुरुआत में पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पी.पी. थंकाचन और पीरुमेदु के विधायक वजूर सोमन को श्रद्धांजलि दी गई। इनका हाल ही में निधन हो गया था।
विधानसभा अध्यक्ष ए एन शमशीर, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन और विभिन्न पार्टी नेताओं ने दिवंगत नेताओं के योगदान और राज्य की सामाजिक-राजनीति पृष्ठिभूमि में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया।
अच्युतानंदन का 21 जुलाई को 101 वर्ष की आयु में निधन हो गया था, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थंकाचन का 11 सितंबर को आयु संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया था। सोमन का 21 अगस्त को हृदयाघात के कारण निधन हो गया था।
विधानसभा अध्यक्ष ने अपने श्रद्धांजलि भाषण में अच्युतानंदन की सराहना की। उन्होंने कहा कि अच्युतानंदन की भ्रष्टाचार के खिलाफ अटूट लड़ाई, आम लोगों के मुद्दों को उठाने के प्रति उनकी ईमानदारी और उनके महिला समर्थक दृढ़ रुख के कारण सभी लोग दलीय राजनीति से ऊपर उठकर उनकी प्रशंसा करते थे।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि वीएस के निधन के साथ, केरल की सामाजिक-राजनीतिक प्रगति के इतिहास के एक अध्याय का अंत हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "उन्होंने जिस विचारधारा को कायम रखा और उसे साकार करने के लिए जो प्रयास किए, वे समय की कसौटी पर खरे उतरेंगे और पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉमरेड वीएस महज एक सार्वजनिक कार्यकर्ता ही नहीं थे, बल्कि वह एक ऐसी कड़ी भी थे, जिन्होंने केरल के इतिहास के कई महत्वपूर्ण अध्यायों को वर्तमान से जोड़ा।
मुख्यमंत्री ने पी पी थंकाचन को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में नम्रता को अपना आदर्श माना, उनके निधन के साथ आधुनिक केरल के राजनीतिक विकास का एक अध्याय समाप्त हो गया है।
विजयन ने वजूर सोमन के अप्रत्याशित निधन पर दुख और शोक व्यक्त किया और कहा कि वह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने विधानसभा के अंदर और बाहर श्रमिक वर्ग के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
नेता प्रतिपक्ष सतीशन, आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता पी के कुन्हालीकुट्टी, भाकपा नेता ई चंद्रशेखरन आदि सहित विभिन्न पार्टी नेताओं ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
केरल विधानसभा का 12 दिवसीय सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है, क्योंकि सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ, दोनों ही पुलिस अत्याचार से लेकर पालक्कड़ के विधायक राहुल ममकुटाथिल के खिलाफ यौन दुराचार के आरोपों तक कई मुद्दों पर एक-दूसरे पर निशाना साध सकते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष शमसीर ने रविवार को कहा कि 15वीं केरल विधानसभा का 14वां सत्र 15 सितंबर से 10 अक्टूबर तक तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।
सदन में पेश किए जाने वाले चार विधेयकों को अंतिम रूप दे दिया गया है और सत्र के दौरान 13 अन्य विधेयक भी पेश किए जाने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट के लिए अनुपूरक अनुदानों के संबंध में चर्चा और मतदान छह अक्टूबर को होगा, और सदन की कार्यवाही 10 अक्टूबर को स्थगित कर दी जाएगी।
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