पार्टी से निलंबन के बाद पहली बार विधानसभा पहुंचे राहुल ममकुटाथिल
सुमित संतोष
- 15 Sep 2025, 01:53 PM
- Updated: 01:53 PM
तिरुवनंतपुरम, 15 सितंबर (भाषा) यौन दुराचार के कई आरोप लगने के बाद कांग्रेस से निलंबित किए गए राहुल ममकुटाथिल सोमवार को केरल विधानसभा पहुंचे। पार्टी द्वारा कार्रवाई किये जाने के बाद यह पहला मौका है जब पालक्कड़ से मौजूदा विधायक सार्वजनिक रूप से उपस्थित हुए।
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नेमॉम शाजीर और कुछ अन्य साथियों के साथ विधायक सत्र शुरू होने के कुछ मिनटों बाद विधानसभा पहुंचे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीसन द्वारा सदन में उनकी उपस्थिति को लेकर कथित तौर पर आपत्ति जताए जाने के बावजूद ममकुटाथिल को कांग्रेस पार्टी के एक बड़े वर्ग का समर्थन प्राप्त है।
राहुल ने सदन में प्रवेश किया तब किसी ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी। उस समय सभी सदस्य मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन समेत दो अन्य नेताओं को श्रद्धांजलि दे रहे थे।
उस दौरान उन्हें एक कागज पर कुछ लिखते देखा गया। ऐसा माना जा रहा है कि वो विपक्ष से मिले एक नोट का जवाब दे रहे थे, जिसके बाद वह सदन से बाहर चले गए।
बाहर मीडिया ने उन्हें घेर लिया लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए उनके वाहन को थोड़े समय के लिए अवरुद्ध किया लेकिन पुलिस ने छात्रों को वहां से खदेड़ दिया।
न तो पालक्कड के विधायक ने और न ही पार्टी नेतृत्व ने यह स्पष्ट किया कि वे आने वाले दिनों में सत्र में भाग लेना जारी रखेंगे या नहीं।
इस बीच कांग्रेस नेता इस मामले से दूरी बनाए हुए हैं और उनका कहना है कि ममकुटाथिल अब पार्टी के विधायक दल के सदस्य नहीं हैं इसलिए पार्टी को उनके विधानसभा आने पर कोई प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है।
लोकसभा सांसद कोडुकुन्निल सुरेश ने कहा, "वह अब कांग्रेस विधायक दल के सदस्य नहीं हैं। इसलिए उनके बारे में सवालों का जवाब देना हमारी जिम्मेदारी नहीं है। उनका विधानसभा में आना पार्टी के लिए कोई मुद्दा नहीं है।"
उन्होंने कहा कि ऐसे सवाल तब ही प्रासंगिक होते हैं जब वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य हों।
ममकुटाथिल के करीबी और वडकारा से सांसद शफी परमबिल ने त्रिशूर में कहा कि केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) अध्यक्ष ने जो कहा है उसके अलावा उन्हें इस मामले पर और कुछ नहीं कहना है।
हालांकि, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता ई पी जयराजन ने ममकुटाथिल की विधानसभा में उपस्थिति की कड़ी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि उनकी उपस्थिति सदन में जानबूझकर विवाद पैदा करने की कोशिश थी। यह जनता और विधानसभा का अपमान है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोग इस तरह की गलत प्रथाओं को समझेंगे।
आरोपों और पार्टी की कार्रवाई के बाद ममकुटाथिल सार्वजनिक जीवन से दूर होकर अडूर स्थित अपने घर पर रह रहे थे।
कांग्रेस ने अगस्त में उन्हें निलंबित कर दिया था लेकिन वह अब भी विधायक बने हुए हैं।
ममकुटाथिल ने हाल ही में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जब मलयालम अभिनेत्री रिनी एन जॉर्ज ने एक प्रसिद्ध राजनीतिक दल के ‘युवा नेता’ पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा माकपा की युवा शाखा ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (डीवाईएफआई) ने विरोध प्रदर्शन किया था।
इसके बाद कुछ महिलाओं और एक ‘ट्रांसजेंडर’ व्यक्ति ने भी उन पर इसी तरह के आरोप लगाए थे। उन्हें इन आरोपों के कारण कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
भाषा सुमित