एनआईटी सिलचर में हिंसा के लिए पांच बांग्लादेशी छात्र निलंबित, निर्वासित किए जाएंगे
गोला मनीषा
- 15 Sep 2025, 01:11 PM
- Updated: 01:11 PM
सिलचर, 15 सितंबर (भाषा) असम के सिलचर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के पांच बांग्लादेशी छात्रों को परिसर में हुई हिंसक झड़पों में कथित संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया गया है और उन्हें निर्वासित किया जाएगा। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एनआईटी के निदेशक दिलीप कुमार बैद्य ने बताया कि भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की छात्रवृत्ति के तहत पंजीकृत इन छात्रों के कमरों की तलाशी के दौरान कथित तौर पर उनके पास से नशीले पदार्थ भी पाए गए।
उन्होंने बताया कि सभी पांच छात्रों को वापस बांग्लादेश भेज दिया जाएगा।
निदेशक ने कहा, ‘‘हमारे पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि वे परिसर में हिंसा में सक्रिय रूप से शामिल थे और उन्हें दो सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया गया है।’’
यह घटना आठ सितंबर को हुई जब बांग्लादेशी तृतीय वर्ष के छात्रों के एक समूह ने कथित तौर पर अपने ही देशवासियों पर हमला कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मामले की गहन जांच की और पांचों छात्रों को एक शैक्षणिक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। सजा के तौर पर उन्हें छात्रावास से भी निकाल दिया गया है।’’
‘डीन ऑफ द स्टूडेंट्स वेलफेयर’ एस.एस. धर ने बताया कि आरोपियों के कमरों से नशीले पदार्थ बरामद हुए थे, जिन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई करते समय ध्यान में रखा गया।
धर ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से यह कार्रवाई कैंपस में हुई हिंसा के लिए थी, लेकिन नशीले पदार्थों के संदिग्ध इस्तेमाल पर भी विचार किया गया।’’
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पांचों छात्र कथित तौर पर नशे में थे और आठ सितंबर की रात को उन्होंने अपने ही साथियों पर हमला कर दिया।
एक छात्र ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया, ‘‘उनके पास छड़ें, चाकू और पेंचकस थे और उन्होंने अंतिम वर्ष के बांग्लादेशी छात्रों को निशाना बनाया। लगभग 30 मिनट तक चले हमले में उन्हें गंभीर चोटें आईं।’’
एक अन्य छात्र ने बताया कि आरोपियों ने पहले अपने ही सहपाठियों पर हमला किया। उसने बताया ‘‘जब वरिष्ठ छात्रों ने हस्तक्षेप करना चाहा तो हमलावरों ने उन्हें बातचीत के लिए अपने कमरे में बुलाया और अचानक बत्ती बंद कर उन पर हमला कर दिया।’’
कई घायल छात्रों को सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) ले जाया गया।
चिकित्सकों ने बताया कि उनमें से दो के सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्हें गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया।
एनआईटी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अपनी जाँच स्वयं की, और गुवाहाटी क्षेत्र के एक वरिष्ठ आईसीसीआर अधिकारी ने भी परिसर का दौरा किया।
धर ने कहा, "हम अपनी जाँच और उठाए गए अनुशासनात्मक कदमों से संतुष्ट हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "गुवाहाटी से आईसीसीआर निदेशक ने शनिवार को परिसर का दौरा किया था और वह भी हमारी जाँच से संतुष्ट थे।"
भाषा गोला