ममता की सेना पर कथित टिप्पणी के विरोध में भाजपा के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ ने धरना दिया
राखी नरेश
- 11 Sep 2025, 07:53 PM
- Updated: 07:53 PM
कोलकाता, 11 सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ से जुड़े पूर्व सैन्यकर्मियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सेवारत कर्मियों के संबंध में की गई कथित टिप्पणी के विरोध में बृहस्पतिवार को यहां धरना दिया।
यह प्रदर्शन एक सितंबर की घटना के मद्देनजर बनर्जी द्वारा सेना के बारे में की गई कथित टिप्पणियों के जवाब में किया गया था।
एक सितंबर को सेना के जवानों ने मेयो रोड पर गांधी प्रतिमा के पास तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा बनाए गए मंच को हटा दिया था।
पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर कथित अत्याचार के खिलाफ अगस्त के सप्ताहांत में विरोध प्रदर्शन के लिए मंच तैयार किया गया था।
एक सितंबर को सेना द्वारा मंच को हटाने के बाद घटनास्थल पर पहुंचीं बनर्जी ने कहा था कि राष्ट्र की सुरक्षा के संरक्षक के रूप में सशस्त्र बलों के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान है लेकिन कई बार वे पश्चिम बंगाल जैसे विपक्ष शासित राज्यों में भाजपा नीत केंद्र सरकार के इशारे पर काम करते हैं।
कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने पूर्व सैन्य कर्मी प्रदर्शनकारियों को दिए गए अनुमति पत्रों और उच्च न्यायालय की अनुमति की पुष्टि करने के लिए मेयो रोड स्थित स्थल का बृहस्पतिवार को दौरा किया। इसके तुरंत बाद भाजपा नेता शुभेन्दु अधिकारी और शंकुदेव पांडा विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन देने के लिए मौके पर पहुंचे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह सेना की गरिमा को कम करने का प्रयास है। भारतीय सेना हमारी रक्षक है और सीमाओं की पहरेदारी करती है। आपदा के समय सेना हमारी मदद करती है और जान बचाती है। हमारी मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी सेना के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं। मैं यहां भारतीय नागरिक के तौर पर उनके शौर्य को सलाम करने आया हूं।’’
पांडा ने संवाददाताओं से कहा कि सभी वैध कागजात और अदालत की अनुमति होने के बावजूद पुलिस राष्ट्र की सेवा करने वाले प्रदर्शनकारियों को परेशान कर रही है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान ध्वनि यंत्रों के इस्तेमाल पर रोक थी और विरोध प्रदर्शन के लिए दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक की समयसीमा तय की गई थी।
मैदान क्षेत्र, जहां प्रदर्शन किया गया, वह भारतीय सेना के अधिकार क्षेत्र में आता है। सेना के पूर्वी कमान का मुख्यालय फोर्ट विलियम यहीं स्थित है।
एक रक्षा अधिकारी ने पहले बताया था कि भारतीय सेना (स्थानीय सैन्य प्राधिकरण, कोलकाता) उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुरूप मैदान क्षेत्र में दो दिन के आयोजन की अनुमति देती है।
भाषा
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